नई दिल्ली। पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद बंदी बनाए गए कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मन्हास आखिरकार शुक्रवार को अपने घर जम्मू पहुंच गए। इस मुठभेड़ में 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे।
राकेश्वर सिंह पिछली 8 अप्रैल को नक्सलियों की कैद से छूटे थे। उन्हें 3 अप्रैल को नक्सलियों ने बंधक बना लिया था। घर पहुंचने के बाद राकेश्वर ने कहा कि मैं अपने घर वालों से मिलकर काफी खुश हूं।
उल्लेखनीय है कि राकेश्वर को वापस लाने के लिए सबसे पहले बस्तर की सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी कुछ पत्रकारों के साथ गई थीं, लेकिन उन्हें नक्सलियों ने लौटा दिया था। उनकी नक्सली लीडर से उनकी मुलाकात भी हुई थी, लेकिन उन्होंने राकेश्वर को छोड़ने से मना कर दिया था। हालांकि बाद में उन्हें रिहा करा लिया गया।
बीजापुर के तर्रेम थाना क्षेत्र में बीते 3 अप्रैल को सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। मुठभेड़ के बाद से ही सीआरपीएफ के राकेश्वर लापता थे।