नई दिल्ली। कांग्रेस ने गुजरात में भाजपा की सरकार पर पुलिस की मदद से उसके एक विधायक के अपहरण का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को राज्यसभा में जोरदार हंगामा किया जिससे सदन की कार्यवाही पहले दस मिनट और फिर बारह बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
उप सभापति पी जे कुरियन ने विधायी कामकाज निपटाने के बाद जैसे ही शून्यकाल शुरू करना चाहा सदन में कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा ने संविधान के अनुच्छेद 80 और 324 के तहत व्यवस्था का प्रश्न उठाया।
उन्होंने कहा कि गुजरात में सत्तारूढ भाजपा के इशारे पर एक पुलिस अधिकारी ने अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित विधानसभा सीट व्यारा से कांग्रेस के विधायक पूनाभाई गावित का अपहरण कर लिया है।
विपक्ष के नेता गुलामा नबी आजाद ने कहा कि राज्य में राज्यसभा के लिए होने वाले चुनाव को देखते हुए इस विधायक को अगवा किया गया है। इस पुलिस अधिकारी ने विधायक को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलवाने को भी कहा है।
उन्होंने उप सभापति से कहा कि वह अपने अधिकारों का उपयोग करते हुए चुनाव आयोग को निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराने का निर्देश दें तथा साथ में इस पुलिस अधिकारी को भी हटवाएं।
कुरियन ने कहा कि यह मामला उनके क्षेत्राधिकार से बाहर है और कांग्रेस पुलिस तथा चुनाव आयोग को इसकी शिकायत कर सकती है। इस पर कांग्रेस के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट आ गए। कुरियन ने 11 बजकर 22 मिनट पर सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी। (वार्ता)