इस व्यक्ति की जानकारी दुरुस्त कर दें कि कांग्रेस पार्टी ने चंद्रशेखर सरकार से समर्थन फरवरी 1991 में ही वापस ले लिया था। दसवीं लोक सभा के चुनाव घोषित हो चुके थे। आगे की जानकारी के लिए यह अपनी पार्टी के साथी @NeerajShekharMp से संपर्क कर सकते हैं। pic.twitter.com/UVXVAvsqKA
— Pawan Khera (@Pawankhera) May 23, 2025
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भी कहा कि राजीव जी ने 6 मार्च 1991 को चंद्रेशखर जी की सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। यह शायद अप्रैल 1991 का साइन किया हुआ समझौता है। जिस एग्रीमेंट का ब्यौरा डिग्री दूबे दे रहे हैं वो शांतिकाल के लिए था - युद्ध की स्थिति में मुखबिरी करने के लिए नहीं। अभी हमने जवाबी कार्रवाई की है, क्योंकि आतंकी हमला हुआ है।चलो इस बार अपनी जाहिलियत दिखाते वक्त BJP ने यह मान ही लिया कि विदेश मंत्री जयशंकर ने पाकिस्तान को हमारी सेना के आक्रमण की अग्रिम जानकारी दी
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) May 23, 2025
जिस agreement का ब्यौरा डिग्री दूबे दे रहे हैं वो शांतिकाल के लिए था - युद्ध की स्थिति में मुखबिरी करने के लिए नहीं
और आख़िरी बात राजीव… pic.twitter.com/NqAWjdsJpW