नई दिल्ली। कांग्रेस ने महंगाई, बेरोजगारी और कई खाद्य वस्तुओं को जीएसटी के दायरे में लाए जाने के खिलाफ शुक्रवार को प्रदर्शन किया। पुलिस ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। पार्टी के प्रदर्शन में शामिल हुए नेताओं ने काले रंग के कपड़े पहन रखे थे।
राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस सांसदों ने संसद भवन से राष्ट्रपति भवन के लिए मार्च निकाला। हालांकि, पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया और हिरासत में ले लिया।
कांग्रेस ने महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ शुक्रवार को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन की घोषणा की थी। इसके तहत कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्यों एवं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने की योजना थी। पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता इसी के लिए कांग्रेस मुख्यालय में जमा हुए थे।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी प्रधानमंत्री आवास के घेराव के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 24 अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय पहुंचीं, जहां से उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
काले रंग की सलवार-कमीज ओर दुपट्टा पहने प्रियंका पार्टी मुख्यालय के सामने पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधक को लांघकर दूसरी तरफ पहुंचीं और सड़क पर धरने पर बैठ गईं। कुछ देर बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
संसद भवन से पार्टी सांसदों का मार्च शुरू होने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी इसमें थोड़ी देर के लिए शामिल हुईं। हिरासत में लिए जाने से पहले राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि देश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'इस तानाशाह सरकार को डर लग रहा है। भारत के हालत से, कमरतोड़ महंगाई और ऐतिहासिक बेरोजगारी से, अपनी नीतियों से लाई बर्बादी से। जो सच्चाई से डरता है, वो ही आवाज उठाने वालों को धमकाता है!'
प्रियंका ने आरोप लगाया, 'इतनी महंगाई है कि सभी लोग तड़प रहे हैं। मोदी जी ने पूरे देश की संपत्ति बेच दी। दो-चार लोग और अमीर हो रहे हैं, जबकि पूरा देश तड़प रहा है। उन्हें (मंत्री) महंगाई इसलिए नहीं दिखती, क्योंकि उनके पास पैसा ही पैसा है।'