नेशनल हेराल्ड मामले में ED चार्जशीट पर भड़की कांग्रेस, भाजपा का पलटवार, किसने क्या कहा?
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी, राहुल गांधी के खिलाफ आरोपपत्र को लेकर प्रदर्शन किया
ED chargesheet on national herald case : कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पार्टी के शीर्ष नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किए जाने के विरोध में बुधवार को यहां प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार पर प्रतिशोध की राजनीति का आरोप लगाया। भाजपा ने भी इस मामले में पलटवार करने में देर नहीं की।
कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने आरोप लगाया कि यह सब राजनीति से प्रेरित मामला है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि यह राजनीति से प्रेरित मामला है। हमें न्यायिक प्रणाली पर भरोसा है। हम इसे कानूनी रूप से लड़ेंगे। राहुल गांधी और सोनिया गांधी को जानबूझकर निशाना बनाया गया है। यह सब विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए किया गया है।
पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने दावा किया कि नेशनल हेराल्ड, गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी से 1947 से पहले अंग्रेज़ चिढ़ते थे, आज 2025 में आरएसएस के लोग चिढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी तब भी मज़लूमों की आवाज़ थी और आज भी है।
खेड़ा ने कहा कि जिस गैर लाभकारी कंपनी में एक रुपए का भी लेन देन नहीं हुआ, कोई संपत्ति हस्तांतरित नहीं की गई, उस पर धन शोधन का मामला दर्ज करना मोदी के डर का परिचायक है।
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने भी कहा कि BJP और नरेंद्र मोदी अगर यह सोचते हैं कि वे राहुल गांधी जी और कांग्रेस पार्टी को डरा लेंगे तो ये उनकी भूल है। हमारा एक-एक कार्यकर्ता मजबूती के साथ इस लड़ाई को लड़ेगा। आज देश में हालात ऐसे हैं- जिसमें यदि कोई सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है तो उसे दबाने का प्रयास किया जाता है। हम न किसी के दबाव में आए हैं और न आएंगे।
क्या बोले रविशंकर प्रसाद : भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नेशनल हेराल्ड को 1937 में 5000 शेयर होल्डर्स ने लांच किया था, यह कभी भी नेहरू परिवार की व्यक्तिगत संपत्ति नहीं थी। 2008 में इसे वित्तिय घाटे की वजह से बंद किया था।
इसके बाद, कांग्रेस पार्टी ने हेराल्ड प्रकाशित करने वाली एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) को 90 करोड़ रुपए दिए। हालांकि, किसी निजी कंपनी के लिए पार्टी फंड का इस्तेमाल करना प्रतिबंधित है। जब AJL ऋण चुकाने में विफल रही, तो इसकी मूल्यवान संपत्ति गांधी परिवार को हस्तांतरित करने के लिए एक कॉर्पोरेट साजिश रची गई।
उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस के प्रदर्शन करने के अधिकार को चुनौती नहीं दूंगा। लेकिन प्रदर्शन किस बात के लिए? मैं बिहार से आता हूं वहां जब भी लालू यादव और उनके परिवार से जमीन के बदले नौकरी मामले में ED और CBI पूछताछ करती है, तब लोग पहुंच जाते हैं धरना देने के लिए, क्या वही मॉडल कांग्रेस ने अपना लिया है?
गौरतलब है कि ईडी ने नेशनल हेराल्ड मामले में धन शोधन के आरोप में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है। विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने 9 अप्रैल को दाखिल आरोप-पत्र के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पड़ताल की और सुनवाई की अगली तारीख 25 अप्रैल निर्धारित की।