नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश के बाद इस्तीफों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा कड़ी में सोमवार को पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी राहुल गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस को 52 सीटें प्राप्त हुई हैं, जो पिछली बार की तुलना में 8 ज्यादा हैं। इतनी कम सीटों के चलते कांग्रेस को इस बार भी नेता प्रतिपक्ष का पद नहीं मिलेगा।
जानकारी के मुताबिक अब तक 13 लोग या तो अपना इस्तीफा पार्टी हाईकमान को भेज चुके हैं या फिर इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं। आज ही पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष और गुरदासपुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में हार झेल चुके सुनील जाखड़ ने राहुल को इस्तीफा भेज दिया है।
इनके अलावा झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण, असम कांग्रेस कमेटी के प्रेसीडेंट रिपुन बोरा, यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर, कमलनाथ समेत कई अन्य नेता या तो इस्तीफा दे चुके हैं या फिर उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की है।
पार्टी के भविष्य पर अटकलें गलत : कांग्रेस ने अपने नेताओं, कार्यकर्ताओं और मीडिया से पार्टी के भविष्य को लेकर उठाए जाने वाले कदमों को लेकर अटकलें नहीं लगाने का अनुरोध किया है। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने सोमवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि पार्टी हित में उठाए जाने वाले कदमों को लेकर किसी तरह की अटकलों या अफवाहों के जाल में फंसने की जरूरत नहीं है। पार्टी को मजबूत करने और उसके भविष्य के लिए जो भी निर्णय लिए जाएंगे, उसकी जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि कार्यसमिति कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई है। इस लोकतांत्रिक मंच पर विचारों के आदान-प्रदान के बाद नीतियों का निर्धारण तथा पार्टी हित में कदम उचित कदम उठाए जाते हैं। कार्यसमिति में 25 मई को हुई बैठक में भी सदस्यों ने पार्टी की स्थिति पर विचार-विमर्श किया है। इस बैठक में लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को देखते हुए आमूलचूल परिवर्तन करने का निर्णय लिया गया और इसके लिए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को अधिकृत किया गया