नई दिल्ली। कांग्रेस ने सरकार के संसद का शीतकालीन सत्र नहीं बुलाने को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है और कहा है कि जनता से जुड़े विपक्ष के सवालों से बचने के लिए उसने सोच-समझकर यह निर्णय लिया है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने बुधवार को यहां कहा कि जब देश में स्कूल कॉलेज खुल सकते हैं, रेस्टोरेंट एवं बार खुल सकते है, सभी आर्थिक गतिविधियां शुरू की जा सकती हैं, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की रैलियां हो सकती है तो फिर संसद सत्र को क्यों नहीं बुलाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि संसद सत्र चलता तो सरकार को विपक्ष के कड़े सवालों का सामना करना पड़ता इसलिए उसने सोच-समझकर और कोरोना महामारी का बहाना लेकर संसद का शीतकालीन सत्र आयोजित नहीं करने का निर्णय लिया है।
प्रवक्ता ने सरकार पर किसानों की अवहेलना करने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश का किसान 21 दिनों से आंदोलन कर रहा है, लेकिन सरकार के पास उनकी समस्या सुनने का समय नहीं है। सरकार में बैठे लोग उन पर अनाप-शनाप आरोप लगा रहे हैं और उनकी समस्या का समाधान करने की बजाय उन्हें बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं।(वार्ता)