नई दिल्ली। Congress Protest : कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को सूरत सेशन कोर्ट से 2 साल की सजा मिलने के बाद उनकी संसद सदस्यता खत्म चुकी है। इसके अब उन्हें सरकार बंगला खाली करने के लिए भी नोटिस भेजा गया है। राहुल गांधी के मुद्दे को कांग्रेस ने सरकार को घेरने की तैयारी की है।
कांग्रेस मंगलवार शाम 'लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च' शुरू करने वाली थी। लेकिन पुलिस ने लाल किला इलाके में बैरिकेडिंग कर दी। विरोध करने के लिए एकत्र हुए कई कांग्रेस नेता हिरासत में लिए गए। 'लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च' में शामिल होने पहुंचे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित कांग्रेस के कई नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया। ये सभी संसद से राहुल गांधी की अयोग्यता के खिलाफ प्रदर्शन के लिए लाल किले के पास एकत्र हुए।
दरअसल, पार्टी का 'लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च' शाम 7 बजे लाल किले से शुरू होने वाला था लेकिन पुलिस ने लाल किला इलाके में बैरिकेडिंग कर दी। कई कांग्रेस नेताओं के साथ बीआरएस सांसद केशव राव को विरोध स्थल पर देखा गया।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर दिल्ली) सागर सिंह कलसी ने बताया कि उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरिश रावत, पूर्व सांसद जेपी अग्रवाल, टीएन प्रथपन, डीन कुरियाकोरसे और शक्तिसिंह गोहिल सहित 96 लोगों को हिरासत में लिया गया।
उन्होंने बताया कि हिरासत में लिए गए सभी लोगों को छोड़ दिया गया है और हालात नियंत्रण में रहे। गांधी को 2019 के मानहानि मामले में सूरत की एक अदालत द्वारा दो साल की जेल की सजा सुनाए जाने के एक दिन बाद 24 मार्च को लोकसभा सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने ट्विटर पर कहा है कि दिल्ली पुलिस हमें लाल किले से लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च निकालने से रोक रही है और हमें वहां तक पहुंचने भी नहीं दिया। लेकिन इससे हम हार नहीं मानेंगे और हमने पुलिस अवरोधकों के पास से ही अपना मार्च शुरू कर दिया है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है। संसद के भीतर और बाहर हमारी आवाज को दबाया जा रहा है। हमारे नेता को अयोग्य घोषित करना और हमें यहां चलने से रोकना। यह कौन सा लोकतंत्र है?
कांग्रेस के एक अन्य नेता पी. चिदंबरम ने ट्वीट किया है कि मशाल शांति मार्च के लिए लाल किले के पास बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता जमा हुए हैं। सैकड़ों युवा हैं।
उन्होंने कहा कि जमावड़ा बेहद शांतिपूर्ण रहा, आसपास के लोगों का व्यवहार बहुत मित्रवत था लेकिन पुलिस भ ने अनुमति देने से इंकार कर दिया।
20 करोड़ का राज न खुल जाए : मोदी सरकार को तानाशाह बताते हुए पार्टी ने कहा कि तानाशाह का डर देखिए। अडानी का नाम आते ही संसद म्यूट करवा देता है। सड़क पर प्रदर्शन हो, तो पुलिस लगवा देता है। डर है कि '20 हजार करोड़' का राज न खुल जाए। ये मर्डर ऑफ़ डेमोक्रेसी है। संसद के अंदर और बाहर हमारी आवाज को ख़ामोश किया जा रहा है। हमारे नेता को अयोग्य घोषित कर रहे हैं और अब हमें चलने नहीं दे रहे हैं। ये क्या डेमोक्रेसी है।
पार्टी ने कहा कि सत्य और सत्याग्रह' से डर गया तानाशाह। कांग्रेस के शांतिपूर्ण 'मशाल मार्च' को रोकने के लिए लाल किले के पास भारी संख्या में पुलिस लगा दी गई। दिल्ली के कोने-कोने से कांग्रेस के साथियों को हिरासत में लिया जा रहा है। राहुल गांधी ने अडानी मामले पर लोकसभा में अपनी आवाज उठाने की कोशिश की, लेकिन लोकसभा में अडानी पर बोलने नहीं दिया जाता, माइक ऑफ कर दिया जाता है। Edited by: Ravindra Gupta