-शंघाई से एक भारतीय की वेबदुनिया से बातचीत पर आधारित
शंघाई। कोरोना वायरस (corona virus) के कहर चीन से लेकर अमेरिका और ब्रिटेन तक आतंकित हैं। इस वाइरस का असर यूं तो पूरे चीन में है, लेकिन हुबेई प्रांत का वुहान इससे सबसे ज्यादा प्रभावित है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस वायरस को आतंकवाद से भी ज्यादा खतरनाक करार दिया है। इस बीच, शंघाई से मिली जानकारी के अनुसार वहां स्थिति नियंत्रण में है।
शंघाई में रह रहे एक भारतीय ने नाम न छापने की शर्त पर वेबदुनिया को बताया कि शंघाई में स्थितियां पूरी तरह नियंत्रण में हैं, लेकिन वुहान में हालात जरूर अच्छे नहीं हैं। इसी के चलते वहां के मेयर को हटाकर शंघाई के मेयर को वहां भेजा गया है ताकि स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सके।
इस व्यक्ति ने भी वेबदुनिया को काफी सधे हुए अंदाज में जानकारी दी है। क्योंकि चीन में मीडिया पर सख्त पावंदियां हैं। नाम सामने आने पर इस व्यक्ति की जान को भी खतरा हो सकता है। अत: इस व्यक्ति के आग्रह पर हमने इसका नाम प्रकाशित नहीं किया है।
उन्होंने बताया कि मेडिकल टीम कठोर परिश्रम कर जरूरतमंदों को चिकित्सा सुविधा मुहैया करा रही हैं। लगभग 10 हजार डॉक्टर वुहान भेजे गए हैं ताकि वहां स्थिति को जल्द से जल्द नियंत्रण में लाया जा सके।
ये सभी लोग दिन-रात कड़ी मेहनत कर वायरस को नियंत्रित करने के लिए काम कर रहे हैं। यही कारण है कि लगभग 6000 मरीज ठीक हो चुके हैं। इस व्यक्ति ने बताया कि 6 फरवरी से ही एंटी वायरस मेडिसिन तैयार करने के लिए लगातार टेस्ट जारी हैं।
Corona virus की गंभीरता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि दुनियाभर में अब इस वायरस से 1368 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें चीन के हुबेई प्रांत में ही 1310 लोगों की जान जा चुकी है। कोरोना का सबसे ज्यादा कहर चीन के वुहान (हुबेई) में है, जहां 1036 लोगों की मौत हो चुकी है।
एक वेबसाइट पर उपलब्ध रियल टाइम डेटा के मुताबिक गुरुवार रात 8 बजे तक 59 हजार 902 लोगों में कोरोना वाइरस की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 6143 लोग इस बीमारी से उबर चुके हैं।
13 हजार 435 मामले संदिग्ध हैं। दूसरी ओर जापान और फिलीपीन्स में भी एक-एक व्यक्ति के मरने की खबर है। तीन भारतीयों में भी कोरोना की पुष्टि हुई है।
चीन के बाद कोरोना के सर्वाधिक मामले सिंगापुर (50), थाईलैंड (33), साउथ कोरिया (28), मलेशिया (19), जर्मनी (16), वियतनाम (16), ऑस्ट्रेलिया (15), अमेरिका (14), फ्रांस (11), ब्रिटेन (9) और यूएई (8) में सामने आए हैं। कनाडा, इटली, रूस और स्पेन में भी इस तरह के मामले सामने आए हैं।
एक रिपोर्ट यह भी : हालांकि यह जानकारी वेबदुनिया को शंघाई से एक भारतीय ने उपलब्ध करवाई है, लेकिन देशी-विदेशी मीडिया में छप रहीं खबरें ज्यादा डराने वाली हैं।
आपको बता दें कि हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक वुहान (चीन) के आसमान में सल्फर डाईऑक्साइड (SO2) की मात्रा काफी ज्यादा है। यह स्थिति तब बनती है जब या तो मेडिकल वेस्ट जलाया जा रहा हो या फिर मानव शव जलाए जा रहे हों। शवों को जलाने से सबसे ज्यादा सल्फर डाईऑक्साइड गैस निकलती है।
चीन के आसमान में सल्फर डाईऑक्साइड की मात्रा 1350 माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर (µg/m3) है। ब्रिटेन में तो 500 µg/m3 के लेबल को ही बेहद खतरनाक माना जाता है। चीन के दूसरे शहरों- बीजिंग और शंघाई में भी सल्फर डाईऑक्साइड खतरनाक स्तर पर है। अत: यह भी कहा जा रहा है कि चीन हकीकत को छुपा रहा है।
इस आशंका को इसलिए भी बल मिलता है क्योंकि चीन के वुहान में ही कोरोना के संक्रमण से सर्वाधिक मौतें हुई हैं। इसलिए यह भी कहा जा रहा है कि कोरोना से मौत के जो आंकड़े चीन से बाहर आ रहे हैं, हकीकत इससे कई गुना अधिक हो सकती है। सल्फर डाईऑक्साइड की मात्रा के आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि अकेले वुहान शहर में 10 हज़ार से ज्यादा शवों को जलाया गया है।
एक दिन 242 की मौत : सरकारी समाचार एजेंसी 'शिन्हुआ' के अनुसार, प्रांत में बुधवार को इससे रिकॉर्ड 242 लोगों की जान चली गई। प्रांत में इसके 48206 मामलों की पुष्टि होने से इसके तेजी से फैलने को लेकर चिंता बढ़ गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूचओ) के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की एक टीम आपात स्वास्थ्य स्थितियों से निपटने के लिए प्रभारी ब्रूस एलवर्ड के नेतृत्व में सोमवार रात यहां पहुंची थी। टीम ने कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने को लेकर चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मिलकर काम शुरू कर दिया है।
गुरुवार को 121 की मौत : राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि 5,090 नए मामलों के साथ ही कोरोना वायरस के पुष्ट मामलों की संख्या गुरुवार को 64,894 पर पहुंच गई। आयोग ने कहा कि गुरुवार को उसे 31 प्रांत स्तरीय क्षेत्रों से कोरोना वायरस के 5,090 नए पुष्ट मामलों और 121 लोगों की मौत की खबर मिली।