अयोध्या। हिंदुस्तान के इतिहास में 23 मार्च का दिन 'शहीद दिवस' के रूप में जाना जाता है। इसी दिन हमारे क्रांतिकारी वीर 3 सपूत सरदार भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु आजादी की लड़ाई लड़ते हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूमते हुए देश के लिए शहीद हो गए, जिसे शहादत दिवस के रूप में प्रतिवर्ष मनाया जाता है।
उसी परिप्रेक्ष्य में अयोध्या जनपद में शहीद दिवस की स्मृति में उत्तर प्रदेश पुलिस अयोध्या व 63 बटालियन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के संयुक्त तत्वाधान में अयोध्या पुलिस लाइन के पुलिस अस्पताल में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें सीआरपीएफ 63 बटालियन के अधिकारियों, कर्मचारियों व जवानों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इस अवसर पर 63 बटालियन सीआरपीएफ के कमांडेंट छोटे लाल ने रक्तदान शिविर में उपस्थित जवानों को मार्गदर्शित करते हुए कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए बड़ा ही अहम दिन है। हम अपने क्रांतिकारी शहीद वीर सपूतों के शहादत दिवस पर सबसे बड़ा दान रक्तदान करने जा रहे हैं, जिसके लिए हम सभी को गर्व होना चाहिए।
उन्होंने जवानों को जानकारी देते हुए कहा कि रक्तदान करने से हमारे शरीर में किसी प्रकार की न तो कोई कमी होती है और न ही कमजोरी होती है, बल्कि हमारे शरीर में रक्त और तीव्रता से बनने लगता है। इस रक्तदान शिविर में सीआरपीएफ के सैकड़ों जवानों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया, जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग व उत्तर प्रदेश पुलिस अयोध्या के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
स्वैच्छिक रक्तदान कार्यक्रम के अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक अयोध्या केपी सिंह, 63 बटालियन सीआरपीएफ कमांडेंट छोटे लाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयोध्या शैलेश पाण्डेय, सहायक कमांडेंट सीआरपीएफ अखिलेश्वर सिंह सहित मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल के चिकित्सक व कर्मचारी उपस्थित रहे।