Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

Cyclone Fani Updates : 'फानी' से निपटने के लिए सेना अलर्ट पर, 4 राज्यों को जारी किया 1086 करोड़ का एडवांस फंड

हमें फॉलो करें Cyclone Fani Updates : 'फानी' से निपटने के लिए सेना अलर्ट पर, 4 राज्यों को जारी किया 1086 करोड़ का एडवांस फंड
, मंगलवार, 30 अप्रैल 2019 (23:21 IST)
भुवनेश्वर। गंभीर चक्रवाती तूफान ‘फानी’ (Cyclone Fani) मंगलवार को प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है और इसके शुक्रवार तक ओडिशा में पुरी और केंद्रपाड़ा के बीच तट से टकराने की आशंका है। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। केंद्र सरकार ने इस आपदा निपटने के लिए 4 राज्यों आंध्रप्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के लिए कुल 1086 करोड़ रुपए का एडवांस फंड जारी कर दिया है। 

भारत मौसम विभाग ने अभी यह नहीं बताया है कि यह तूफान किस स्थान पर टकराएगा। इस बात की आशंका है कि यह अगले 12 घंटे में अत्यंत गहन चक्रवातीय तूफान में तब्दील हो जाए। सेना और वायुसेना की टुकड़ियों को तैयार रखा गया है

सेना और वायुसेना की टुकड़ी तैयार : प्रचंड चक्रवाती तूफान 'फानी' के भारतीय पूर्वी तट की ओर बढ़ने पर नौसेना और तटरक्षक बल के जहाज तथा हेलीकॉप्टर, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की राहत टीमें को महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है जबकि सेना और वायुसेना की टुकड़ियों को तैयार रखा गया है।
 
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना ने राहत एवं बचाव अभियानों के लिए जहाजों तथा हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है। आंध्रप्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना की टुकड़ियों को भी तैयार रखा गया है।
 
भारत मौसम विभाग की चक्रवात चेतावनी इकाई ने दोपहर 12 बजे की अपनी बुलेटिन में कहा कि फानी अभी दक्षिण-पूर्व और उससे लगे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में स्थित है, जो पुरी से करीब 830 किलोमीटर दक्षिण, विशाखापत्तनम से 670 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और त्रिंकोमाली (श्रीलंका) से करीब 680 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है। 
 
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) बीपी सेठी ने कहा कि भारतीय मौसम विभाग ने इंगित किया है कि फानी के पुरी जिले के सतपाड़ा या चंद्रभागा और केंद्रपाड़ा के गुप्ती के बीच कहीं पर 3 मई को देर रात में टकराने की आशंका है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी नौसेना की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार चक्रवात के तट से होते हुए ओड़िशा से गुजरने की संभावना है। चक्रवात के टकराने का स्थान बुधवार को स्पष्ट होगा।
 
गृह मंत्रालय ने जारी की राशि : इस बीच गृह मंत्रालय ने चार राज्यों- ओडिशा, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) से धनराशि जारी की है। कुल 1086 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता में से ओडिशा को 340.87 करोड़ रुपए मिलेंगे।
 
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एचआर बिस्वास ने यहां कहा कि चक्रवाती तूफान पिछले 6 घंटों में लगभग 16 किमी प्रतिघंटे की गति से आगे बढ़ा और बहुत भयंकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया। यह वर्तमान में आंध्रप्रदेश में मछलीपट्टनम से लगभग 760 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है।
 
तितली से खतरनाक : बिस्वास ने कहा कि 'फानी' का प्रभाव पिछले साल ओडिशा-आंध्र तट पर आए ‘तितली’ की तुलना में अधिक गंभीर होने की आशंका है। अक्टूबर 2018 में ओडिशा में आए चक्रवात ‘तितली’ से कम से कम 60 लोग मारे गए थे।
बिस्वास ने कहा कि ‘फानी’ के अगले 36 घंटे में एक भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है और 1 मई शाम तक इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। उसके बाद यह उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर से ओडिशा तट पर पुन: प्रवेश कर सकता है।
 
उन्होंने कहा कि चक्रवात के चलते दक्षिण और पूर्वी तटीय जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा होगी जबकि उत्तर ओडिशा जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा होगी। सेठी ने कहा कि 2 मई को कई तटीय इलाकों में वर्षा होगी और 3 मई इसमें तेजी आएगी जबकि हवा की गति 70 किमी प्रतिघंटे तक रहेगी।
 
मौसम विभाग ने कहा कि उत्तर आंध्रप्रदेश और ओडिशा के तटों पर और आसपास के क्षेत्रों में 2 मई से 40-50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा के झोंके शुरू होने की आशंका है जिसकी गति 60 किमी प्रतिघंटे तक बढ़ सकती है। 3  मई की सुबह से हवा की गति तेज होकर 60-70 किमी प्रतिघंटे तक और उसके बाद 85 किमी प्रतिघंटे होने की आंशका है।
 
समुद्र में न जाएं मछुआरे : अधिकारी ने कहा कि चूंकि समुद्र अशांत रहेगा, इसलिए मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 2 मई से ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों से समुद्र में न जाएं। अधिकारी ने कहा कि जो लोग गहरे समुद्र में हैं उन्हें वापस लौटने की सलाह दी जाती है। एसआरसी ने कहा कि ओडिशा सरकार ने तटीय जिलों को हाई अलर्ट पर रखा है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
 
एनडीआरएफ की टीमें तैयार : सेठी ने कहा कि ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल (ओडीआरएएफ) की 20 इकाइयां, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 12 इकाइयों और अग्निशमन सेवाओं की 335 इकाइयों को तैयार रखा गया है।
 
उन्होंने कहा कि खतरे वाले सभी क्षेत्रों से लोगों को तुरंत बाहर निकालने और उन्हें दो मई से चक्रवात केंद्रों में स्थानांतरित करने का निर्देश जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के सभी 880 केंद्रों को इस उद्देश्य के लिए तैयार रखा गया है। आवश्यकता पड़ने पर बचाव कार्यों के लिए नावें भी तैयार रखी गई हैं। 
 
सेठी ने कहा कि भारतीय वायुसेना, नौसेना और तट रक्षक को सतर्क कर दिया गया है और यदि आवश्यक हुआ तो उनकी सेवाएं ली जा सकती हैं। गंजाम, खुर्दा, पुरी और केंद्रपाड़ा के जिला कलेक्टरों ने तैयारियों के तहत राज्य सरकार के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं।
webdunia
मतदान टालने की अपील : ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंगलवार को कहा कि वे मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) से पत्कुरा विधानसभा क्षेत्र में मतदान टालने का अनुरोध करेंगे। पटनायक ने कहा कि चक्रवात के ओडिशा से टकराने की स्थिति में मैं पत्कुरा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव टालने को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात करूंगा।
 
भारत निर्वाचन आयोग ने इससे पहले 20 अप्रैल को क्षेत्र से बीजद उम्मीदवार वेद प्रकाश अग्रवाल के निधन के बाद पत्कुरा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव की तारीख 19 मई तय की थी। यह विधानसभा क्षेत्र केंद्रपाड़ा लोकसभा क्षेत्र में पड़ता है। मूल तयशुदा कार्यक्रम के तहत पत्कुरा में मतदान चौथे चरण के दौरान 29 अप्रैल को होना था। इस बीच पत्कुरा सीट से बीजद उम्मीदवार वेद प्रकाश अग्रवाल के निधन के बाद उनकी पत्नी सावित्री अग्रवाल ने मंगलवार को केंद्रपाड़ा में उपजिलाधिकारी के कार्यालय में अपना नामांकन दाखिल किया।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

NASA की चेतावनी, पृथ्वी से टकरा सकता है एस्टेरॉयड, मच सकती है तबाही