नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि अरब सागर के ऊपर बन रहे चक्रवात 'तेज' के रविवार दोपहर से पहले बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान (VSCS) में बदलने की आशंका है। इसके बाद यह ओमान के दक्षिणी तटों एवं पास के यमन की ओर बढ़ जाएगा।
इस साल अरब सागर में यह दूसरा चक्रवाती तूफान होगा। हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवातों के नामकरण के लिए अपनाए गए फॉर्मूले के अनुसार इसे तेज कहा जाएगा।
चक्रवाती तूफान के दौरान हवा की रफ्तार 62-88 किमी प्रति घंटे की होती है, जबकि हवा की गति 89-117 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने पर इसे गंभीर चक्रवाती तूफान कहा जाता है।
आईएमडी ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र 22 अक्टूबर के आसपास पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक गहरे दबाव में बदल सकता है। इस प्रणाली के रविवार सुबह तक पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का अनुमान है। इसके बाद उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बांग्लादेश तट की तरफ इसका रुख रहने का पूर्वानुमान जताया गया है।
मौसम विज्ञानियों ने चेताया है कि कभी-कभी तूफान पूर्वानुमानित पथ से भटक सकते हैं, जैसा कि चक्रवात बिपरजॉय के मामले में देखा गया था। बिपरजॉय जून में अरब सागर में बना था और शुरू में उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने के बाद गुजरात में मांडवी और पाकिस्तान में कराची की तरफ गुजरा था।
गुजरात नहीं डालेगा असर : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने कहा कि दक्षिण पश्चिम अरब सागर से उठ रहे चक्रवाती तूफान का गुजरात पर कोई असर नहीं पड़ेगा। तूफान की वजह से अगले 7 दिनों तक राज्य में मौसम शुष्क रहेगा।
Edited by : Nrapendra Gupta