नई दिल्ली। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में मौजूद चक्रवाती तूफान फानी लगातार शक्तिशाली हो रहा है। यह ओडिशा के तटीय इलाकों के लिए एक बड़ा खतरा बनता दिखाई दे रहा है। चक्रवाती तूफान से घबराने के बजाए संयम से इसका सामना करने की आवश्यकता है। इस खतरनाक चक्रवाती तूफान से जुड़ी 10 खास बातें...
- चक्रवाती तूफान फानी आज सुबह चेन्नई के 880 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में स्थित है। यह आज एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दिल हो सकता है।
- चक्रवाती तूफान फानी 4 मई की सुबह पूरी के आसपास तट से टकरा सकता है।
- आशंका जताई जा रही है कि जब यह तूफान ओडिशा मैं पुरी के तट से टकराएगा तब यह अपने चरम पर होगा।
- ओडिशा के गोपालपुर से लेकर पूरी, कोणार्क और बालासोर तक समंदर के किनारे इस इलाकों में यह तूफान तबाही मचा सकता है।
- गृह मंत्रालय ने चक्रवात 'फानी' की आशंका के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और भारतीय तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है। मछुआरों को समुद्र में न जाने के लिए कहा गया है।
- गुरुवार तक यह तूफान बेहद खतरनाक चक्रवात का रूप ले सकता है।
- आमतौर पर किसी चक्रवाती तूफान की हवाओं की गति 80-90 किलोमीटर प्रति घंटा होती है जबकि हवा की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक बढ़ सकती है। 'अत्यंत भयंकर चक्रवाती तूफान' के मामले में हवा की गति 170-180 किमी प्रति घंटे तक हो जाती है और यह 195 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक जा सकती है।
- ओडिशा में तबाही मचाने के बाद यह तूफान पश्चिम बंगाल के सुंदरबन के इलाके की तरफ बढ़ेगा। पूरे पश्चिम बंगाल में इसका असर दिखेगा।
- ओडिशा सरकार के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने सोमवार को कहा कि संभावित चक्रवात के मद्देनजर राज्य सरकार ने दक्षिणी और तटीय जिलों को सतर्क कर दिया है, हालांकि उन्होंने कहा कि राज्य में चक्रवात की वजह से भूस्खलन की संभावना नहीं है।
- इस तूफान के चलते 2 मई से तमिलनाडु के उत्तरी कोस्टल इलाके में हल्की से मध्यम दर्जे के बारिश शुरू हो सकती है। आंध्र प्रदेश के उत्तरी कोस्टल इलाके में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की आशंका है।