मुंबई। एक वैश्विक सर्वेक्षण के अनुसार देश में खुदरा निवेशकों का वित्तीय सेवा उद्योग में पूरा भरोसा है लेकिन वे डेटा या गोपनीयता भंग होने को लेकर चिंतित हैं। इसके अनुसार लगभग 41 प्रतिशत भारतीय निवेशकों का कहना है कि वे अपनी मौजूदा निवेश फर्म को बदलने पर विचार करेंगे।
यह सर्वे सीएफए इंस्टीट्यूट ने किया है, जो कि निवेश पेशेवरों का एक वैश्विक संगठन है। इसके अनुसार 71 प्रतिशत भारतीय निवेशकों ने वित्तीय सेवा उद्योग में भरोसा जताया है जबकि वैश्विक स्तर पर केवल 44 प्रतिशत निवेशकों ने यह भरोसा दिखाया। इसके अनुसार लगभग 92 प्रतिशत घरेलू निवेशक अब भी प्रणाली व पूंजी बाजारों में भरोसा रखते हैं और उन्हें विश्वास है कि उनके पास मुनाफा कमाने का उचित अवसर है।
सीएफए इंस्टीट्यूट ने यह अध्ययन ग्रीनविच एसोसिएट्स के साथ किया है और यह भारत, चीन, फ्रांस, जर्मनी, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात व अमेरिका सहित कई देशों के 3,127 खुदरा निवेशकों तथा 829 संस्थागत निवेशकों की राय पर आधारित है। इसके अनुसार यह सर्वे भारतीय निवेशकों की बढ़ती चिंता को दिखाता है कि डेटा या गोपनीयता संबंधी चिंताओं के चलते वे निवेशक फर्मों को बदलने पर विचार करेंगे या पहले ही ऐसी पहल कर चुके हैं। (भाषा)