देश में हो रहे आम चुनाव के बीच सर्जिकल स्ट्राइक का मुद्दा गहराता जा रहा है। इसको लेकर कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है। सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कांग्रेस के लगातार दावे के बीच रक्षा मंत्रालय का एक बयान आरटीआई के तहत पूछे गए एक सवाल के जवाब में आया है, जिसमें मंत्रालय का कहना है कि 2016 से पहले भारतीय सेना की ओर से ऐसी किसी स्ट्राइक की सूचना उसके पास नहीं है।
खबरों के मुताबिक, कांग्रेस ने पिछले दिनों दावा किया था कि यूपीए कार्यकाल के दौरान 6 सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी, लेकिन तत्कालीन सरकार ने इसकी चर्चा नहीं की, हालांकि इस दावे के जवाब में रक्षा मंत्रालय का कहना है कि 2016 से पहले भारतीय सेना की ओर से ऐसी किसी स्ट्राइक की सूचना उसके पास नहीं है।
जम्मू में रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता रोहित चौधरी ने रक्षा मंत्रालय में आरटीआई दाखिल करते हुए 2004 से 2014 के बीच सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में जानकारी मांगी थी। रक्षा मंत्रालय का यह बयान कांग्रेस की अगुवाई में कई यूपीए नेताओं के दावों में विरोधाभास दिखाता है।
हाल ही में कांग्रेस ने दावा किया था कि उसके कार्यकाल के दौरान 6 सर्जिकल स्ट्राइक किए गए थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका मजाक उड़ाया और सीमापार कांग्रेस के सर्जिकल स्ट्राइक के दावे को खारिज कर दिया। कांग्रेस का कहना है कि उसके कार्यकाल के दौरान 6 सर्जिकल स्ट्राइक की गई लेकिन उसका इस्तेमाल कभी भी वोट के लिए नहीं किया गया।
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल का भी दावा है कि यूपीए कार्यकाल के दौरान 2011 में ऑपरेशन जिंजर के नाम पर सर्जिकल स्ट्राइक की गई। उन्होंने कहा, ऑपरेशन जिंजर, 2011 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक झूठ नहीं है।