नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार को कंझावला डेथ केस के सभी 5 आरोपियों को 4 दिन पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। सुल्तानपुरी मामले में पांचों आरोपियों को रोहिणी कोर्ट के लॉकअप लाया गया। निधि के बयानों के बाद अब अंजलि की मौत एक अनसुलझी पहली बनती जा रही है।
अंजलि सिंह की स्कूटी को नववर्ष वाली रात को एक कार ने टक्कर मार दी थी। दुर्घटना के बाद वह कार में फंसकर 12 किलोमीटर तक घिसटती गई थी। शव बाहरी दिल्ली के कंझावला में मिला था।
कथित तौर पर कार में सवार 5 लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पांचों आरोपियों को 2 जनवरी को 3 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था, जिसकी अवधि आज खत्म हो रही थी।
दिल्ली पुलिस ने किया नया खुलासा : दिल्ली पुलिस ने कंझावला में कार द्वारा एक 20 वर्षीय लड़की की स्कूटी में टक्कर मारने और उसकी कार से घसीटने से मौत के मामले में गुरुवार को एक नया खुलासा किया है। पुलिस ने दावा किया कि 2 और लोगों ने वास्तविक तथ्यों को छुपाने में आरोपी की मदद की है। पुलिस दोनों को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है।
विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने यहां पुलिस मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फेंस में कहा कि 18 टीमें सभी पहलुओं पर मामले की जांच कर रही हैं। टीमों ने घटनास्थल का मुआयना भी किया है और शव का पोस्टमार्टम किया गया है। पांच आरोपी पुलिस हिरासत में हैं और पूछताछ जारी है और जो भी नए सुराग सामने आए हैं, उनकी पुष्टि की जा रही है।
हुड्डा ने कहा कि पुलिस के पास इस बात के वैज्ञानिक सबूत हैं कि दीपक ने कार चलाने का दावा किया है, लेकिन वास्तव में अमित कार चला रहा था, जिसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था।” श्री हुड्डा ने कहा कि अब तक की जांच और कॉल डिटेल के अनुसार मृतका और चश्मदीद का आरोपियों से कोई संबंध नहीं है।
पुलिस ने कहा कि इस घटना की प्रत्यक्षदर्शी निधि का 164 सीआरपीसी के तहत बयान दर्ज किया गया है। हुड्डा ने कहा कि हत्या का मामला अभी तक नहीं बना है क्योंकि हत्या के लिए एक मकसद की जरूरत है लेकिन अब तक की जांच में कोई मकसद सामने नहीं आया है।
पीड़िता का पोस्टमॉर्टम राजधानी के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (एमएएमसी) में तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड द्वारा किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, मृत्यु का अंतिम कारण सिर, रीढ़, बाएं फीमर, दोनों निचले अंगों में एंटीमोरम चोट के कारण सदमा और रक्तस्राव होना था।
पुलिस ने कहा कि पीड़िता को चोटें संभावित वाहन दुर्घटना और घसीटने से आयी हैं साथ ही रिपोर्ट में यौन उत्पीडन की कोई बात सामने नहीं आई है।