नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के मामले में पहलवानों और शिकायकर्ताओं को सुरक्षा मुहैया कराएगी और इनके बयान दर्ज किए जाएंगे। भाजपा सांसद सिंह पर सात महिला पहलवानों और एक नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न के आरोप में FIR दर्ज की गई है। पुलिस अब इन सात शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज करेगी।
इस बीच, इंडियन वीमन प्रेस कोर (आईडब्ल्यूपीसी) ने सरकार से यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जांच की मांग कर रही प्रदर्शनकारी महिला पहलवानों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आग्रह किया। आईडब्ल्यूपीसी ने एक बयान में कहा कि वह महिला पहलवानों के साथ एकजुटता से खड़ी है। इसने महिला खिलाड़ियों के किसी भी प्रकार के उत्पीड़न और यौन शोषण की भी निंदा की।
बृजभूषण के खिलाफ 36 केस : WFI अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ 36 केस दर्ज है। इसकी पूरी लिस्ट होर्डिंग के रूप में पहलवानों ने जंतर मंतर स्थित धरना स्थल पर लगा रखी है। सिंह के खिलाफ सबसे ज्यादा मामले अयोध्या में दर्ज किए गए हैं। इनमें मारपीट, वसूली, धोखाधड़ी, अवैध हथियार के मामले शामिल है।
उल्लेखनीय है कि महिला पहलवानों द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में दिल्ली पुलिस ने कनॉट प्लेस थाने में शुक्रवार को 2 प्राथमिकी दर्ज की।
पहली प्राथमिकी एक नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है, जिसके तहत यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम समेत भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सिंह पर यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने का आरोप लगाने वाले पहलवानों ने 23 अप्रैल से एक बार फिर अपना आंदोलन शुरू किया। इससे पहले, उन्होंने जनवरी में धरना दिया था।
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