देहरादून। उत्तराखंड के चारों धामों में यात्रियों की संख्या निर्धारित होने के चलते चार धाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं को बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री चारों धाम के दर्शन एकसाथ नहीं हो पा रहे हैं। इसके अलावा पंजीकरण में भी श्रद्धालुओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत ने सरकार से मांग की है कि वे माननीय उच्च न्यायालय में तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ाने का आग्रह करें। यात्रियों को हो रही असुविधा के लिए महापंचायत ने देवस्थानम बोर्ड को भी जिम्मेदार ठहराया।
चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के प्रवक्ता डॉ. बृजेश सती ने बताया कि 18 तारीख से चारों धाम में यात्रा प्रारंभ हो गई है और यात्रियों की ओर से अच्छा रिस्पांस मिल रहा है, लेकिन चारों धाम में यात्रियों की संख्या निर्धारित किए जाने के कारण श्रद्धालुओं को चार धाम यात्रा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। प्रवक्ता ने बताया कि कई यात्री केवल एक ही धाम का दर्शन कर पा रहे हैं, क्योंकि अन्य धामों में उनका पंजीकरण नहीं हो पा रहा है।
प्रवक्ता ने इस सबके लिए देवस्थानम बोर्ड को भी जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि जमीनी तैयारियां न होने के कारण ही इस तरह की दिक्कतें सामने आ रही हैं। महापंचायत ने सरकार से यह भी कहा है कि वह ऋषिकेश व हरिद्वार में यात्रियों का ऑन स्पॉट पंजीकरण कराने की व्यवस्था करे।