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'नोटबंदी' का दर्द थोड़े समय का : अरुण जेटली

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नई दिल्ली , बुधवार, 7 दिसंबर 2016 (22:55 IST)
नई दिल्ली। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बुधवार कहा कि नोटबंदी के फैसले से लोगों को हो रही तकलीफ खेदजनक है, पर यह थोड़े समय की है, बाकी इस निर्णय से अर्थव्यवस्था अधिक साफ-सुथरी होगी तथा दीर्घावधि में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर बढ़ेगी क्यों कि बैंकों के पास अधिक देने के लिए अधिक पैसा होगा।
पेट्रो रसायन उद्योग के घरेलू और वैश्विक निवेशकों को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि दीर्घावधि में भारतीय अर्थव्यवस्था एक ‘काफी बड़े बदलाव’ की ओर अग्रसर है। भारत में नीति निर्माता कठिन फैसले लेने से भी नहीं हिचकिचाते हैं।
 
जेटली ने यहां पेट्रोटेक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, जब आप इतिहास बदलाव के बिंदु पर हों, तो आपको जो कदम उठाए गए हैं उनके लंबे समय के प्रभाव को देखना चाहिए। मेरा मानना है कि दीर्घावधि में भारत निश्चित रूप से एक बेहतर जीडीपी, साफ नैतिकता तथा स्वच्छ अर्थव्यवस्था का समाज होगा। 
 
उन्होंने नोटबंदी के बाद लोगों को हो रही तकलीफ को खेदपूर्ण बताया पर कहा कि कहा कि सरकार को इसका ध्यान था। भारत इतिहास के एक मोड़ पर बैठा है। वित्तमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के पास इसके परिणाम का सामाना के लिए मजबूत कंधा हैं। इस तरह के फैसले में कुछ परेशानियां आती हैं जो खेदजनक हैं, लेकिन उनके बारे में सोचा गया था। 
 
उन्‍होंने कहा, प्रधानमंत्री चाहते तो जो दूसरों ने किया वही रास्ता वे भी चुन सकते थे- मुख मोड़ कर दूसरी तरह देखते। वह एक आसान विकल्प होता। उन्होंने कठिन विकल्प चुना। मुझे विश्वास है कि जहां तक भविष्य का सवाल है तो यह विकल्प निश्चित रूप से अपनी छाप छोड़ेगा। (भाषा)

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