Jagdeep Dhankhar Mallikarjun Kharge controversy: कांग्रेस और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बीच मामला ठंडा होने के नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को भी राज्यसभा में सभापति धनखड़ और नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच एक बार फिर भारी बहस हो गई। उल्लेखनीय विपक्ष राज्यसभा सभापति धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए नोटिस दे चुका है।
इस तरह चली बहस....
सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा- विपक्ष ने मेरा बहुत अपमान किया, मैंने बहुत सहा। विपक्ष ने संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं, मैं झुकूंगा नहीं। क्योंकि मैं किसान का बेटा हूं।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष खरगे का पलटवार...
खरगे ने कहा- आप हमारी पार्टी के नेताओं का अपमान करते हैं, आपका काम सदन चलाना है। हम यहां आपकी तारीफ सुनने के लिए नहीं आए हैं। आप किसान के बेटे हैं, तो मैं भी मजदूर का बेटा हूं। जब आप हमारा सम्मान नहीं करते, तो मैं आपका सम्मान क्यों करूं।
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यह भी कहा था खरगे : इससे पहले खरगे ने बुधवार को कहा था कि सदन के सभापति जगदीप धनखड़ अपनी अगली पदोन्नति के लिए सरकार के प्रवक्ता बनकर काम कर रहे हैं और उनके आचरण ने देश की गरिमा को बहुत नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने यह दावा भी किया था कि राज्यसभा में गतिरोध का सबसे बड़ा कारण खुद उपराष्ट्रपति धनखड़ हैं।
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खरगे ने कहा कि आज तक किसी उपराष्ट्रपति के खिलाफ अनुच्छेद 67 के तहत प्रस्ताव नहीं लाया गया क्योंकि वे हमेशा निष्पक्ष रहे और राजनीति से दूर रहे। हमको यह कहना पड़ता है कि आज नियम को छोड़कर राजनीति ज्यादा हो रही है। खरगे ने कहा कि हमें अफसोस है कि संविधान को अंगीकार किए जाने के 75वें वर्ष में उपराष्ट्रपति के पक्षपातपूर्व आचरण के चलते हम यह प्रस्ताव लाने को मजबूर हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि धनखड़ विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं को अपमानित करते हैं। सभापति हेडमास्टर की तरह वरिष्ठ नेताओं को प्रवचन सुनाते हैं।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala