मुंबई। डॉ. ऊर्जित पटेल ने सोमवार को रिजर्व बैंक के 24वें गवर्नर के रूप में पदभार संभाल लिया। उनकी नियुक्ति 4 सितंबर से मान्य होगी। पूर्व गवर्नर डॉ. रघुराम राजन का कार्यकाल समाप्त होने के बाद उन्हें इस पद पर नियुक्त किया गया है।
डॉ. पटेल इससे पहले जनवरी 2013 से रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर थे। 3 साल का पहला कार्यकाल पूरा होने पर इस साल 11 जनवरी को उन्हें दुबारा डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया था।
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) में भी वे अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वे 1996-97 के दौरान रिजर्व बैंक में आईएमएफ के प्रतिनिधि रहे थे और इस दौरान ऋण बाजार के विकास, बैंकिंग सुधार, पेंशन सुधार और मुद्रा विनिमय बाजार के विकास पर सलाह दी थी। वे वर्ष 1998 से 2001 के दौरान वित्त मंत्रालय के सलाहकार भी रह चुके हैं। इसके अलावा भी उन्होंने निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र में विभिन्न जिम्मेदारियां निभाई हैं।
डॉ. पटेल प्रत्यक्ष कर के लिए बनी केलकर समिति, आधारभूत संरचना पर प्रधानमंत्री के कार्यबल, टेलीकॉम मामलों पर बने मंत्रियों के समूह, नागरिक उड्डयन सुधार समिति, विद्युत मंत्रालय के राज्य विद्युत बोर्डों पर बने विशेषज्ञ समूह और नागरिक एवं रक्षा सेवा पेंशन तंत्र की समीक्षा के लिए बने उच्चस्तरीय विशेषज्ञ समूह समेत केंद्र और राज्य सरकारों की कई उच्चस्तरीय समितियों का भी हिस्सा रह चुके हैं।
वे भारतीय वृहद अर्थशास्त्र, मौद्रिक नीति, सार्वजनिक वित्त, भारतीय वित्त क्षेत्र, अंतरराष्ट्रीय व्यापार और नियामकीय अर्थव्यवस्था जैसे विषयों पर किताबें और लेख लिख चुके हैं। वे येल विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से एम. फिल और लंदन विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। (वार्ता)