भारत-चीन के बीच हाल ही में खत्म हुए 12वें शीर्ष कमांडर लेवल की मीटिंग का असर दिखने लगा है। पूर्वी लद्दाख के गोगरा हाइट्स क्षेत्र से अब 'ड्रैगन' अपनी सेना हटाने को लेकर राजी हो गया है। गोगरा हाइट्स क्षेत्र में दोनों देशों की सेना पिछले साल मई से ही आमने-सामने हैं। इस क्षेत्र को पेट्रोलिंग प्वॉइंट 17A के नाम से भी जाना जाता है। पैंगॉन्ग लेक इलाके से फरवरी में सेना हटाई गई थी और तब से ही गोगरा हाइट्स इलाके से सेना हटाने का मसला लंबित था।
अब कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि गोगरा हाइट्स को लेकर दोनों देश की सेनाओं में सहमति बन गई है। दोनों देशों के बीच बनी इस सहमति पर कार्रवाई भी जल्द ही शुरू हो सकती है। जिसके तहत जल्दी ही दोनों देशों की गोगरा हाइट्स से हट सकती हैं।
31 जुलाई को दोनों देशों के बीच शीर्ष सैन्य स्तर की वार्ता लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पास चीन के मोल्डो में हुई थी। जिसके बाद 2 अगस्त को एक संयुक्त बयान जारी किया गया। इस बयान के मुताबिक दोनों देश के बीच सीमा पर विवाद के अन्य क्षेत्रों का हल जल्द निकालने पर सहमति बनी है। दोनों देशों ने इस बैठक को विवाद हल करने की दिशा में अहम माना है।
आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच अभी भी पेट्रोलिंग प्वाइंट-15 हॉट स्प्रिंग और देपसांग प्लेन्स का विवाद नहीं सुलझा है। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी के पास उभरे विवाद के बाद से भारत और चीन के सैनिकों में संघर्ष के कारण सीमा पर स्थिति काफी तनावपूर्ण है। इस तनाव को कम करने के लिए अब तक कई दौर की वार्ता हो चुकी है जिसके बाद फिलहाल एलएसी के पास शांति तो है लेकिन तनाव कम नहीं हुआ है।