जम्मू। पाकिस्तान ने एक बार फिर सीमांत इलाकों में ड्रोन-ड्रोन खेलना आरंभ कर दिया है। आज सुबह पाकिस्तान ने ड्रोन के जरिए दो बार घुसपैठ का प्रयास किया परंतु दोनों ही बार बीएसएफ के सतर्क जवानों ने फायरिंग कर उसे वापस जाने को मजबूर कर दिया।
फिलहाल बीएसएफ की 98 बटालियन ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है। इससे पहले 24 फरवरी को वह ड्रोन के तरीए हथियार गिरा चुका है।
बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी ड्रोन ने सबसे पहले सुबह 4.15 पर अरनिया सेक्टर से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने का प्रयास किया। हमारे जवानों ने उसे देख लिया और फायरिंग शुरू कर दी। ड्रोन वापस लौट गया। उसके बाद 4.21 पर एक बार फिर ड्रोन को भारतीय सीमा में प्रवेश करते हुए देखा गया। जवानों ने उसे क्षतिग्रस्त करने के लिए फिर से फायरिंग की परंतु इस बार भी वह सुरक्षित वापस लौटने में सफल रहा।
सूत्रों ने कहा कि ड्रोन की मदद से पाकिस्तानी सैनिक इस ओर हथियार या फिर नशे की खेप भेजने की फिराक में थे। जवानों ने ड्रोन की दिशा का पता लगते ही दस मिनट के अंदर 18 राउंड फायरिंग की।
ड्रोन के लौटने के बाद बीएसएफ की 98 बटालियन के जवानों ने अरनिया सेक्टर में सर्च आप्रेशन चलाया हुआ है। जवानों को शक है कि हर बार की तरह इस बार भी पाकिस्तान ने ड्रोन के जरिए हथियार या फिर नशे की खेप इस ओर फेंकी है। सर्च ऑपरेशन में बीएसएफ डाग स्कवाड की भी मदद ले रही है।
इससे पहले पाकिस्तान से 24 फरवरी को ड्रोन से भारतीय क्षेत्र में भारी मात्रा में हथियारों और विस्फोटकों का जखीरा गिराया गया था।
आरएसपुरा के अरनिया सेक्टर में एसओजी और पुलिस ने भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया था। बरामद हथियारों और विस्फोटकों तीन डेटोनेटर, रिमोट नियंत्रित तीन आइईडी, तीन बोतल विस्फोटक, एक बंडर कार्डटेक्स वायर, दो टाइमर आइईडी, एक पिस्टल, 2 मैगजीन, छह ग्रेनेड और 70 कारतूस शामिल थे। जबकि बीते एक साल के भीतर जम्मू इलाके में सुरक्षा बलों ने दो ड्रोन्स को मार गिराया है और उनमें रखे सामान को जब्त किया है, जिसमें राइफल, आईईडी, स्टिकी बम और नारकोटिक्स शामिल रहे हैं।