EC issues show cause notice to Rahul Gandhi : चुनाव आयोग (Election Commission) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) पर निशाना साधते हुए की गईं पनौती, जेबकतरे और कर्ज माफी संबंधी टिप्पणियों के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को गुरुवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया। आयोग ने उनसे शनिवार शाम तक जवाब देने को कहा है। चुनावों प्रचार के दौरान राजनेता एक-दूसरे पर व्यक्तिगत टिप्पणियां करते हैं।
भाजपा ने की थी शिकायत : भाजपा ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था और कहा था कि एक वरिष्ठ नेता द्वारा इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस नेता ने राजस्थान में हाल की रैलियों में प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए पनौती, जेबकतरे व अन्य बयानबाजियां की थीं।
क्या कहती है आचार संहिता : स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग द्वारा कुछ नियम बनाए जाते हैं। इन नियमों को आचार संहिता कहते हैं। लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान सभी पार्टियों, नेताओं और सरकारों को इन नियमों का खासतौर पर पालन करना होता है। आदर्श चुनाव आचार संहिता नेताओं को राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ असत्यापित आरोप लगाने से रोकती है।
भारत की हार के बाद कहा था पनौती : राहुल गांधी ने मंगलवार को राजस्थान में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि 'पीएम का मतलब पनौती मोदी' है। क्रिकेट विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की हार का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने दुर्भाग्य से जुड़े इस शब्द का इस्तेमाल किया।
मैच में हार के बाद से सोशल मीडिया पर 'पनौती' शब्द ट्रेंड कर रहा था। मैच के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अहमदाबाद स्थित स्टेडियम में मौजूद थे। इस स्टेडियम का नाम प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर रखा गया है।
नारे पर मुस्कुराए थे राहुल गांधी : राहुल गांधी ने राजस्थान की रैली के दौरान भीड़ से पूछा कि कि अगर कोई क्रिकेट मैच देखता है और टीम हार जाती है तो उसे क्या कहा जाता है। भीड़ ने पनौती के नारे लगाए और राहुल गांधी मुस्कुराए। लेकिन बात यहीं नहीं रुकी। इसके तुरंत बाद कांग्रेस के शीर्ष नेताओं द्वारा बयान जारी किए गए, जिसमें प्रधानमंत्री के लिए पनौती शब्द की गूंज सुनाई दी।
पीएम ने कहा था मूर्खों का सरदार : राहुल की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कुछ दिन पहले परोक्ष रूप से उन्हें (राहुल) 'मूर्खों का सरदार' कहकर संबोधित किए जाने के बाद आई थी। 'मेड इन चाइना फोन' वाले बयान को लेकर मोदी ने बिना किसी का नाम लिए कहा था, 'अरे 'मूर्खों के सरदार', कौन सी दुनिया में रहते हो।
बालोतरा के बायतु में रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी ने बड़े उद्योगपतियों के कर्ज माफ कर दिए और उन्हें सभी फायदे दिए।
राहुल गांधी ने मांगी है माफी : कांग्रेस के नेता इससे पहले मोदी के लिए मौत का सौदागर, नीच आदमी, चाय वाला, चौकीदार चोर है जैसे शब्दों का पहले भी इस्तेमाल कर चुकी है। हालांकि, इसका उल्टा असर कांग्रेस पर देखने को मिला है। कुछ बयान के लिए राहुल गांधी को कोर्ट के चक्कर तक काटने पड़े हैं। राहुल गांधी ने चौकीदार चोर है बयान पर नए हलफनामे में बिना शर्त माफी मांगी थी। Edited By : Sudhir Sharma