नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक के खिलाफ धनशोधन कानूनों के तहत मामला दर्ज किया।
जाकिर नाइक और उनके संगठन इस्लामिक रीसर्च फाउंडेशन (आइआरएफ) पर काला धन को सफेद करने (मनी लांड्रिंग) के आरोप है। प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों के मुताबिक पीएमएलए के तहत नए मामले में अघोषित धन की कई परतों पर जांच होनी है। यह रकम दर्जनों करोड़ रुपये की है।
सूत्रों का कहना है कि डॉ. नाइक और उनकी संस्था आइआरएफ के विभिन्न बैंक खातों और चंदों की जांच होगी। जांच में प्रथम दृष्टया बहुस्तरीय धन नाइक के रिश्तेदारों और आइआरएफ की कंपनियों से जुड़ी हुई हैं। ईडी के एक वरिष्ठ अफसर ने बताया कि अगर संदिग्ध के खिलाफ पहले ही अपराध तय है तो पीएमएलए के तहत एक नया केस दर्ज किया जाएगा।
चूंकि एनआइए (मुंबई) ने धारा 153ए के तहत पहले ही धर्म के नाम पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने का आरोप जायज है। अब ईडी नाइक और उनकी संस्था आइआरएफ के सभी मौद्रिक लेन-देन की जांच के चलते जल्द एक केस दर्ज करेगा।