ED Raid on Lawrence Bishnoi : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के कथित सदस्यों और इससे जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में मंगलवार को हरियाणा तथा राजस्थान में 13 स्थानों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी की कार्रवाई बिश्नोई और खालिस्तानी आतंकवादी समूहों के करीबी सहयोगी और गैंगस्टर सुरेंद्र सिंह चीकू पर केंद्रित थी। सूत्रों के मुताबिक ईडी ने छापेमारी के दौरान इलेक्ट्रॉनिक उपकरण 'गुप्त' दस्तावेज, बही-खाते, संपत्ति से जुड़े कागजात और 5 लाख रुपए नकद जब्त किए और छापेमारी अब भी जारी है।
उन्होंने बताया कि करीब 60 बैंक खातों का पता लगाया गया है और अधिकारी उनकी जांच कर रहे हैं। मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक अधिनियम (पीएमएलए) के तहत ईडी की कार्रवाई, अपहरण, हत्या और जबरन वसूली के आरोप में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और हरियाणा पुलिस द्वारा चीकू के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी पर आधारित है।
सूत्रों ने बताया कि जांच में पाया गया कि सुरेंद्र उर्फ चीकू के लॉरेंस बिश्नोई गिरोह और खालिस्तानी आतंकवादी समूहों के साथ सीधे संबंध थे। उन्होंने कहा कि चीकू ने अपने सहयोगियों के माध्यम से खनन, शराब और टोल व्यवसायों में अपराध से प्राप्त आय का निवेश किया।
ईडी ने पाया कि 2 लोग (सतीश कुमार और विकास कुमार) एमडीआर एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के निदेशक हैं। यह कंपनी 12 अक्टूबर, 2020 को निगमित हुई थी। एक अधिकारी ने कहा कि यह खनन में शामिल है। दोनों 21 अगस्त 2019 से 15 नवंबर 2021 तक निमावत ग्रेनाइट्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक भी थे, जो 5 जुलाई 2012 को निगमित एक निजी कंपनी है। यह कंपनी पत्थर, रेत और मिट्टी की खुदाई से जुड़ी थी।
सूत्रों ने कहा कि चीकू ने अपना 'अवैध' पैसा इन कंपनियों के माध्यम से निवेश किया जिससे अपराध की आय को वैध बनाया गया। अभी जेल में बंद बिश्नोई पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या मामले के आरोपियों में से एक है। प्रवर्तन निदेशालय इन आरोपों की जांच कर रहा है कि बिश्नोई और उसके गिरोह के सदस्य वसूली और मादक पदार्थ तथा हथियारों की तस्करी के जरिए भारत में जुटाई रकम कनाडा तथा अन्य देशों में भेज रहे थे जिसका इस्तेमाल खालिस्तान समर्थक कर रहे थे।
पंजाब के फाजिल्का का रहने वाला बिश्नोई 2014 के बाद से जेल में बंद है। उसे राजस्थान पुलिस के साथ एक मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया था। उसे 2021 में दिल्ली की तिहाड़ जेल लाया गया। बाद में 14 जून 2022 को पंजाब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था और उसे 29 मई को पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के संबंध में पंजाब ले जाया गया। विभिन्न पुलिस एजेंसियां मामलों के संबंध में उसकी हिरासत लेती रही है और बिश्नोई अलग-अलग जेलों में जाता रहता है।
एनआईए ने पहले कहा था कि जांच से पता चला है कि बिश्नोई की अगुवाई में एक आतंकवादी, गैंगस्टर और मादक पदार्थ तस्करी गिरोह कई हत्याएं करने और कारोबारियों तथा डॉक्टरों समेत पेशेवरों से वसूली में शामिल रहा है और इससे जनता के बीच भय तथा आतंक का माहौल पैदा हुआ।(भाषा)