Eid will be celebrated on Saturday: दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर), हरियाणा, राजस्थान और बिहार समेत देश के कई हिस्सों में शुक्रवार शाम को ईद-उल-फितर का चांद दिखाई दिया और अब शनिवार को यह त्योहार मनाया जाएगा। इसी के साथ रज़मान का पवित्र महीना संपन्न हो गया है।
दिल्ली की फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कहा कि शुक्रवार शाम दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा के कई शहरों, बिहार, राजस्थान और असम समेत कई जगह ईद का चांद सामान्य तौर पर नजर आया। उन्होंने कहा कि लिहाज़ा शव्वाल (इस्लामी कलेंडर के 10वें) महीने का पहला दिन शनिवार को है। शव्वाल महीने के पहले दिन ईद का त्योहार मनाया जाता है।
वहीं, जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने एक बयान में ऐलान किया कि 21 अप्रैल 2023 जुमे (शुक्रवार) के रोज़ माहे शव्वाल का चांद नज़र आ गया है। लिहाज़ा ईद का त्योहार शनिवार 22 अप्रैल को मनाया जाएगा।
मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद से जुड़े इमारत-ए-शरिया-हिंद ने भी एक बयान में राष्ट्रीय राजधानी समेत देश के अलग अलग हिस्सों में ईद का चांद दिखने की पुष्टि की।
बयान में संगठन की रुअत-ए-हिलाल कमेटी (चांद समिति) के सचिव मौलाना नजीबुल्लाह कासमी के हवाले से कहा गया है- ऐलान किया जाता है कि शव्वाल के महीने की शुरुआत शनिवार 22 अप्रैल से होगी। लिहाज़ा शनिवार सुबह ईद-उल-फितर की विशेष नमाज़ अदा की जाएगी।
ईद के चांद के नजर आने के बाद शुक्रवार को रमज़ान का पवित्र महीना खत्म हो गया। इस बार रमज़ान का महीना 29 दिन का रहा। हालांकि बीते दो साल में यानी 2022 और 2021 में यह (रमजान महीना) 30-30 दिन का था। इस्लामी कैलेंडर के मुताबिक, एक महीने में 29 या 30 दिन होते हैं, जो चांद दिखने पर निर्भर करता है।
मुफ्ती मुकर्रम ने लोगों को ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा कि समुदाय के लोग ईद की नमाज़ की तैयारी करें। उन्होंने लोगों से फितरा (दान) देने की गुजारिश करते हुए कहा कि सक्षम लोग अपने परिवार के सदस्यों की ओर से प्रत्येक का 2.45 किलोग्राम गेहूं या आटे की कीमत के हिसाब से फितरा निकालें यानी हर सदस्य की तरफ से 70-75 रुपए का दान करें ताकि गरीब लोग भी त्योहार मना सकें।
शाही इमाम मुकर्रम ने लोगों से गुजारिश की कि वे दिशा-निर्देशों के मुताबिक त्यौहार मनाएं और प्रशासन से पूरी तरह सहयोग करें। उन्होंने सरकारों से भी नमाज़ के मद्देनज़र उचित इंतजाम करने का आग्रह किया। (भाषा)