नई दिल्ली। चारा घोटाले से जुड़े तीन मामलों में सलाखों के पीछे वक्त गुजार रहे राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब खर्च का हिसाब-किताब नहीं देने के चलते चुनाव आयोग ने पार्टी को नोटिस जारी किया है।
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार सभी दलों को प्रत्येक वित्तीय वर्ष के अगले साल 31 अक्टूबर तक वार्षिक लेखा परीक्षा की रिपोर्ट पेश करनी होती है, लेकिन लालू की पार्टी ने 31 अक्टूबर 2015 तक वर्ष 2014-15 के लिए अपनी रिपोर्ट नहीं पेश की।
चुनाव आयोग ने इसके लिए राजद को नोटिस जारी किया है और कहा है कि जवाब नहीं मिलने पर राजद का चुनाव चिह्न रद्द किया जा सकता है। लालू की पार्टी का चुनाव चिह्न लालटेन है। आयोग के मुताबिक राजद को हिसाब-किताब देने के लिए अब तक 8 बार स्मरण-पत्र जारी किए जा चुके हैं, लेकिन पार्टी ने फिर भी रिपोर्ट पेश नहीं की।
इसलिए आयोग ने अब कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में आयोग ने कहा है कि चुनाव चिह्न आदेश 1968 के पैरा 16 ए के तहत क्यों न कार्रवाई की जाए। आयोग के अनुसार यदि पार्टी 20 दिन में अपनी लेखा रिपोर्ट पेश नहीं करती है तो आयोग बिना सूचना दिए पार्टी के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है।