नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) अंशधारकों के एक्सचेंज ट्रेडेड कोष (ईटीएफ) में निवेश के हिस्से को उनके भविष्य निधि खातों में डालने पर विचार कर रहा है। अंशधारक अग्रिम लेते समय इनकी निकासी कर सकेंगे। इस बारे में ईपीएफओ ने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) से विचार मांगे हैं।
एक अनुमान के अनुसार चालू वित्त वर्ष के अंत तक ईटीएफ में ईपीएफओ का निवेश 45,000 करोड़ रुपए पर पहुंच जाएगा। केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त वीपी जॉय ने कहा कि कैग इस पर जल्द अपनी राय देगा। कैग का विचार मिलने के बाद इस प्रस्ताव को ईपीएफओ के निर्णय लेने वाले शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) के समक्ष रखा जाएगा। सीबीटी की बैठक अगले महीने होने की संभावना है।
जॉय ने कहा कि हमने अभी तक ईटीएफ से कोई रिटर्न नहीं लिया है और इसे सदस्यों को दिया है। हमने कोई प्रणाली बनाई है। हमारा कैग से विचार विमर्श चल रहा है। यह विचार विमर्श पूरा होने के बाद इसे सीबीटी के समक्ष मंजूरी के लिए रखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि ईपीएफओ न्यासियों की पिछली बैठक में इस प्रस्ताव पर विचार किया गया था, लेकिन उस समय इस पर कोई निर्णय नहीं हो पाया था। (भाषा)