इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की अंतिम तारीख नजदीक आ रही है। लोग इस समय फॉर्म-16 की व्यवस्था करने और रिटर्न भरने में व्यस्त हैं। पिछले कुछ दिनों में कई टैक्सपेयर्स को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की मिलती-जुलती ई-मेल आईडी से मेल आए हैं। इन मेल्स में पैसे रिफंड करने के नाम पर नेट बैंकिंग की जानकारी मांगी गई है।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के अनुसार, इनकम टैक्स विभाग के प्रवक्ता ने बताया है कि हम अपनी वेबसाइट पर चेतावनियां जारी करते रहते हैं। साथ ही हम टैक्सपेयर्स को टेक्स्ट मैसेज भेजकर भी ऑनलाइन फ्रॉड के बारे में सचेत करते रहते हैं।
इस तरह के मेल पर मांगी गई जानकारी देना किसी भी व्यक्ति को खासा महंगा पड़ा सकता है और उसे लाखों का नुकसान हो सकता है। आयकर विभाग कभी भी लोगों से इस तरह की डिटेल्स नहीं मांगता। लोगों को इस तरह के संदिग्ध मेल का जवाब नहीं देना चाहिए और न ही बैंक अकाउंट या क्रेडिट कार्ड डीटेल्स शेयर करना चाहिए।
फर्जी मेल में सिर्फ फाइलिंग लिखा गया है जबकि सही सरकारी मेल आईडी में फाइलिंग से पहले ई (efliling) है। दूसरा अंतर फाइलिंग की स्पेलिंग को लेकर है। फर्जी मेल आईडी में (filling) में डबल एल (ll) है जबकि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की मेल आईडी में फाइलिंग (filing) की सही स्पेलिंग यानी सिंगल एल (l) है।