दिल्ली के तरह लखनऊ घेरने के एलान के साथ किसानों का मिशन उत्तर प्रदेश का आगाज
5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में किसानों की महारैली से योगी सरकार के खिला शंखनाद
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब किसान संगठनों ने भी अपनी ताल ठोंक दी है। आज लखनऊ में संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन को और तेज करने का एलान किया। इसके साथ भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने दिल्ली की तरह उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ घेरने का भी एलान किया है।
तीन कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी की कानूनी गारंटी को लेकर किसान आंदोलन के आठ महीने पूरे हने के बाद अब संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन के अगले पड़ाव के रूप में मिशन उत्तर प्रदेश शुरू करने का फैसला किया है। प्रदेशों के किसान संगठन सहित पूरे देश के किसान संगठन अपनी पूरी ऊर्जा उत्तर प्रदेश में आंदोलन की धार तेज करने पर लगाएंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा ने आह्वान किया है कि उत्तर प्रदेश में सभी टोल प्लाजा को फ्री किया जाएगा। इसके साथ अडानी और अंबानी के व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किए जाएं तथा बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के कार्यक्रमों का विरोध और उनके नेताओं का बहिष्कार किया जाए। इस मिशन को कार्य रूप देने के लिए पूरे प्रदेश में बैठकों, यात्राओं और रैलियों का सिलसिला शुरू हो रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा ने यह फैसला किया है कि आंदोलन के दौरान राष्ट्रीय मुद्दों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के किसानों के स्थानीय मुद्दे भी उठाए जाएंगे।
किसानों का मिशन उत्तर प्रदेश
चरण 1: प्रदेशों के आंदोलन में सक्रिय संगठनों के साथ संपर्क व समन्वय स्थापित करना
चरण 2: मंडलवार किसान कन्वेंशन और जिलेवार तैयारी बैठक
चरण 3: 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में देश भर से किसानों की ऐतिहासिक महापंचायत
चरण 3: सभी मंडल मुख्यालयों पर महापंचायत का आयोजन