नई दिल्ली। मौका पूर्व प्रधानमंत्री 'भारत रत्न' अटल बिहारी वाजपेयी की श्रद्धांजलि सभा का था। लालकृष्ण आडवाणी बोले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी बोले और संघ प्रमुख मोहन भागवत, राजनाथसिंह, अवधेशानंदजी, रामदेवजी आदि भी बोले। सबने अपने-अपने तरीके से अटलजी को याद कर वहां मौजूद लोगों को भावुक किया, लेकिन जब जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने बोलना शुरू किया तो सबको हिलाकर रख दिया।
फारूक अब्दुल्ला ने सीधे गरजती आवाज में कहा कि भारतवासियो! यदि अटल को याद रखना है तो उस देश को बनाओ जिसमें प्रेम इतना हो कि इस देश के सामने दुनिया झुकने को आ जाए कि यह देश प्रेम बांटता है। उस प्रेम को बांटिए। वाजपेयी के लिए वो ही हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
उन्होंने आगे कहा कि मुबारक है इस धरती को, जिसने अटल को पैदा किया। मैं खुशी से कहता हूं कि वाजपेयी ने मुझे भी मौका दिया। इससे मैं उस आदमी को समझ सका। अल्लाह से दुआ करता हूं कि मरते दम तक मैं उन्हीं (अटल) के रास्ते पर चलकर इस देश को इतना मजबूत बनाऊं कि कोई इसे हिला भी नहीं सके।
भाषण समाप्त होने के बाद अब्दुल्ला ने जोर से 'भारत माता की जय' का नारा लगाया। पलटकर पर्याप्त आवाज नहीं आई तो उन्होंने कटाक्ष किया क्या ये तुम्हारी आवाज है? अगली बार भारत माता की जय के साथ पूरा सभा स्थल गूंज गया। गौरतलब है कि आमतौर पर मुस्लिमों को भारत माता की जय बोलने में आपत्ति होती है, लेकिन फारूक ने सार्वजनिक तौर पर भारत माता की जय बोलकर उन्हें भी परोक्ष रूप से संदेश दे दिया दिया।