पटना। पडोसी देश नेपाल और बिहार में लगातार हुई भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ से प्रदेश में अब तक 56 लोगों की मौत हो जाने के साथ बाढ़ से 13 जिलों की 69.41 लाख आबादी प्रभावित हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ग्रस्त दरभंगा प्रमण्डल के विभिन्न इलाकों का आज हवाई सर्वेक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष सचिव अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि बाढ़ प्रभावित प्रदेश के 13 जिलों किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सीतामढी, शिवहर, सुपौल एवं मधेपुरा में से सबसे अधिक 20 लोग अररिया में, पश्चिमी चंपारण में 9, किशनगंज में 8, सीतामढी से 5, मधेपुरा में 4, पूर्वी चंपारण, दरभंगा एवं मधुबनी में 3—3 और शिवहर में एक व्यक्ति की मौत हुई है ।
उन्होंने बताया कि बाढ के कारण इन 13 जिलों के 98 प्रखंड और 1070 पंचायत प्रभावित हुए हैं और कुल 69.41 लाख आबादी प्रभावित हुई है। राज्य सरकार के द्वारा बाढ़ में घिरे लोगों को सुरक्षित निकाले जाने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। अब तक 248140 लोगों को बाढ प्रभावित इलाके से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है और 343 राहत शिविरों में 93149 लोग शरण लिए हुए हैं।
उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में युद्ध स्तर पर राहत बचाव के लिए एनडीआरएफ की 22 टीम जिसमें 949 जवान एवं 100 नौका, एसडीआरएफ की 15 टीम जिसमें 421 जवान और 82 नौका, सेना की चार टुकड़ियों के कुल 300 जवान को 40 नौकाओं के साथ है।
सेना की तीन अतिरिक्त टुकड़ियाँ जो कि कल रात्रि पहुँची थी इन्हें सीतामढ़ी,मधुबनी, पश्चिम चम्पारण एवं पूर्वी चम्पारण जिले में बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य सरकार के उच्चाधिकारियों के दल द्वारा भी आज बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया जा रहा है। इस दल में आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव, पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव, ग्रामीण कार्य विभाग के प्रधान सचिव सहित पूर्णियाँ, अररिया, किशनगंज एवं कटिहार जिला के जिला पदाधिकारी एवं प्रभारी प्रधान सचिव शामिल हैं। इनके द्वारा हवाई सर्वेक्षण के आधार पर स्थिति का आकलन करके आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
वायुसेना के दो हेलिकॉप्टरों के माध्यम से पूर्णियां हवाई अड्डे से प्रभावित क्षेत्र में खाद्य सामग्री वितरित की जा रही है। पश्चिम चम्पारण क्षेत्र के अत्यधिक प्रभावित क्षेत्र में खाद्य सामग्री वितरित करने के लिए एक अतिरिक्त हेलिकॉप्टर का अधिग्रहण किया गया है। यह हेलिकॉप्टर आज से राहत कार्य शुरू करेगा।
पूर्वी मध्य रेलवे (ईसीआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि बाढ़ के पानी के रेल पटरी के ऊपर से गुजरने के कारण कोई भी ट्रेन कटिहार से आगे उत्तर-पूर्व की तरफ नहीं जा पा रही है । उन्होंने कहा कि कटिहार से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार उत्तर-फ्रंटियर रेलवे के कटिहार मंडल के बारसोई-किशनगंज रेल खंड के बीच रेलवे पुल संख्या 133 बाढ़ के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। पुल के ट्रैक के नीचे की मिट्टी धंस गयी है ।
ईसीआर सीपीआरओ ने बताया कि कल 33 ट्रेनों को रद्द किए जाने के साथ समस्तीपुर और रक्सौल के बीच 75225 ट्रेन को आज रद्द कर दिया गया । उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे में ट्रेन संख्या 15619 गया-कामख्या एक्सप्रेस ट्रेन को आज रद्द कर दिया गया। केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के मुताबिक कमला बलान नदी में अप्रत्याशित जल प्रवाह आने के कारण कल कमला बलान दायॉं तटबंध के किमी 57.10 पर बांध क्षतिग्रस्त हुआ ।
महानन्दा नदी में अप्रत्याशित जल प्रवाह आने के कारण कल बागडोब झौआ महानन्दा बायॉं तटबंध के कदवा प्रखंड भररी गांव के पास किमी 16.00 पर एवं झैआ दिल्ली दिवानगंज महानन्दा बायॉं तटबंध के आजमनगर प्रखंड के मररी गांव के पास किमी 14.25 पर तथा झिल्लीपारा बलवाटोली गांव के पास किमी 18.57 पर तटबंध क्षतिग्रस्त हुआ ।
गंडक नदी में आज सुबह पश्चिमी चम्पारण जिलान्तर्गत भितहा प्रखंड में गंडक दायॉं तटबंध के किमी 00.68 से किमी 0.78 के बीच तटबंध लगभग 15 मीटर की लम्बाई में क्षतिग्रस्त हुआ। खिरोई नदी में अप्रत्याशित जल प्रवाह के कारण बीती रात्रि दरभंगा जिले के जाले प्रखंड अंतर्गत बघौल गांव के नजदीक खिरोई दाया तटबंध के किलोमीटर 7.0 पर तटबंध करीब पांच मीटर की लंबाई में क्षतिग्रस्त हो गया । बिहार के शेष अन्य सभी बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंध सुरक्षित हैं। (भाषा)