नई दिल्ली। बिहार के कई हिस्सों में गंगा और पांच अन्य नदियां अब भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं जिस वजह से नदी के तट पर बसे जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर प्रमुख नदियों ने खतरे के निशान को पार कर दिया है। केंद्र ने बिहार और उत्तर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ की 10 टीमों को भेजा है ताकि इन राज्यों में फंसे असहाय लोगों की मदद के लिए बड़े पैमाने पर राहत और बचाव अभियान शुरू किया जा सके।
आपदा प्रबंधन विभाग के एक बयान में बताया गया है कि बिहार में बाढ़ जैसे हालात का सामना कर रहे जिलों में पटना, वैशाली, बक्सर, भोजपुर, सारण, बेगुसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर और कटिहार शामिल है।
उत्तर प्रदेश में गंगा, यमुना, शारदा और केन खतरे के निशान से उपर बह रही हैं। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक, गंगा इलाहाबाद में फाफामउ और छतनाग, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया में खतरे के निशान से उपर बह रही है जबकि यमुना चिल्लाघाट (बांदा), हमीरपुर और नैनी (इलाहाबाद) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
एनडीआरएफ के महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि पांच टीमों को ओड़िशा में इसके बेस से तुरंत तैनाती के लिए हवाई मार्ग से उत्तर प्रदेश भेजा जा रहा है जबकि बाकी की पांच टीमों को पंजाब के बंठिडा से हेलीकॉप्टर से बिहार भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा कि ये नई टीमें मंगलवार सुबह से अभियान शुरू करेंगी। उन्होंने कहा कि वे नौकाओं और जरूरी सामान जैसे दवाइयों से लैस होंगी।
सिंह ने कहा कि यह टीमें 56 ऐसे दलों के अलावा हैं जो राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड के अलावा इन दो राज्यों में बाढ़ राहत अभियान चला रही हैं। (भाषा)