नई दिल्ली। एक तरफ जहां देश के बड़े हिस्से से बाढ़ और पानी के कहर की खबरें आ रही हैं, वहीं अब राजधानी दिल्ली पर भी बाढ़ का साया मंडरा रहा है। आश्चर्य इस बात का भी है कि दिल्ली में बहुत ज्यादा बारिश नहीं हुई है।
जानकारी के मुताबिक दिल्ली में बाढ़ की स्थिति हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़ने के कारण बनी है। बैराज से करीब 8 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी उफान पर है। निचले इलाकों में घरों में पानी भर गया है।
अगले दो दिन दिल्ली के लोगों के लिए खतरे से भरे रहेंगे। इस बाढ़ से करीब 23 हजार लोग प्रभावित हो सकते हैं। यमुना से सटे नोएडा में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है।
दिल्ली सरकार ने बाढ़ के मद्देनजर हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। मदद के लिए 011-22421656 और 011- 21210849 पर कॉल किया जा सकता है। एक जानकारी के मुताबिक यमुना का जलस्तर सोमवार सुबह 9 बजे के लगभग 204.70 मीटर पर पहुंच चुका था। बताया जा रहा है कि शाम तक यमुना खतरे के नए निशान 205.33 मीटर को भी पार कर जाएगी।
हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से रविवार को 8.72 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। बताया जा रहा है कि दिल्ली की तरफ 40 साल बाद इतना पानी छोड़ा गया है।
क्या बोले मुख्यमंत्री : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार टेंटों में सभी तरह की सुविधाएं देगी। लोग सोमवार शाम तक टेंटों में पहुंच जाए।
ध्यान देने वाली बात यह है कि दिल्ली बाढ़ के हालात बैराज से छोड़ने के कारण बने हैं, क्योंकि यहां बारिश बहुत ज्यादा नहीं हुई है। स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर उमस से परेशान लोग हाथ के पंखों से हवा करते देख गए थे। (Photo courtesy : ANI Twitter)