पेगासस मामले में लगातार चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। ताजा खुलासे में देश के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर यौन शोषण के आरोप लगाने वाली सुप्रीम कोर्ट की पूर्व स्टाफर भी फोन हैकिंग केस में टारगेट थी।
द वायर की रिपोर्ट के मुताबिक इस स्टाफर के तीन फोन नंबर पर निगरानी रखी गई थी। इसके लिए अज्ञात भारतीय एजेंसी ने इजराइली स्पायवेयर पेगासस का इस्तेमाल किया था। पेगासस बनाने वाले कंपनी NSO ग्रुप के संभावित ग्राहकों की लिस्ट में इस भारतीय एजेंसी का नाम है।
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि इजरायली स्पायवेयर के जरिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के फोन भी हैक किए गए थे। रविवार रात को द वायर की तरफ से जारी रिपोर्ट के अगले हिस्से में इसका खुलासा किया गया है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद कांग्रेस ने संसद में पूरे मामले की स्वतंत्र जांच की मांग की। पार्टी ने गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग भी की है। शाह ने इसे एक साजिश बताया और कहा कि भारत की विकास यात्रा को रोकना इसका मकसद है।
कहा जा रहा है कि जिस स्टाफर के नंबर टारगेट किए गए थे, उसे सर्विस से दिसंबर 2018 में निकाल दिया गया था। इसके एक हफ्ते बाद उसने आरोप लगाया था कि CJI की हरकतों का विरोध करने पर ऐसा किया गया। 20 अप्रैल को स्टाफर ने एक एफिडेविट के जरिए अपने आरोप दर्ज कराए थे।
फ्रांसीसी मीडिया ने कहा है कि CJI पर आरोप लगाने के बाद ही इस स्टाफर को टारगेट की लिस्ट में शामिल कर लिया गया था।