नई दिल्ली। भारत के पूर्व तेज गेंदबाज और डीडीसीए की सीनियर चयन समिति के अध्यक्ष अमित भंडारी पर सोमवार को दिल्ली सीनियर टीम के सेंट स्टीफंस मैदान पर चल रहे अभ्यास मैच के दौरान अंडर-23 टीम में नहीं चुने गए खिलाड़ी की अगुवाई में अज्ञात व्यक्तियों ने हमला किया। सीनियर टीम 21 फरवरी से शुरू होने वाले सैयद मुश्ताक अली राष्ट्रीय टी-20 टूर्नामेंट की तैयारियां कर रही थीं।
दिल्ली की टीम में चयन नहीं होने पर अनुज डेढ़ा ने भंडारी पर हमला किया जिससे उनके सिर और कान में चोटें आई हैं। भंडारी को उनके साथी सुखविंदर सिंह सिविल लाइंस स्थित संत परमानंद अस्पताल ले गए। इस हमले में शामिल खिलाड़ी और अन्य हमलावर पुलिस के पहुंचने से पहले ही फरार हो गए, लेकिन बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) नुपुर प्रसाद ने कहा कि सोमवार दोपहर बाद लगभग 1 बजकर 15 मिनट पर सेंट स्टीफंस मैदान पर चल रहे ट्रॉयल्स के दौरान एक व्यक्ति अनुज डेढ़ा वहां पहुंचा और टीम में चयन नहीं होने के बारे में पूछा तथा भंडारी पर थप्पड़ मारी। इसके बाद 10-15 और लड़के आए और उन्होंने भंडारी पर हमला किया। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है तथा आरोपी और उसके भाई नवीन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
डीडीसीए ने नवंबर में अंडर-23 ट्रॉयल्स के लिए जिन 79 सदस्यों की सूची जारी की थी, उनमें डेढ़ा का नाम शामिल था। उसकी जन्म तिथि 22 नवंबर 1995 है। दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष रजत शर्मा ने कहा कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा और मैंने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से खुद बात की है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। रजत शर्मा अस्पताल जाकर भंडारी से भी मिले।
शर्मा ने कहा कि वे स्तब्ध हैं और यह स्वाभाविक है। चिकित्सकों ने कहा कि उन्हें ऐहतियात के तौर पर 24 घंटे के लिए निगरानी में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने हमला किया वे उन पर एक खिलाड़ी का चयन करने के लिए दबाव बना रहे थे, जो योग्यता के आधार पर अंडर-23 टीम में जगह नहीं बना पाया था। अमित ने दावा किया है कि एक हमलावर ने धमकी दी कि उसके पास रिवॉल्वर है। यह शर्मनाक है कि एक ईमानदार चयनकर्ता को उसका काम करने से रोका जा रहा है। मुझे बताया गया है कि एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने मामले में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। सहवाग ने ट्वीट किया कि दिल्ली के चयनकर्ता अमित भंडारी पर एक खिलाड़ी का चयन नहीं करने पर हमला बदतर स्थिति को बयां करता है और मुझे उम्मीद है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
सहवाग के साथी पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने आरोपी पर आजीवन प्रतिबंध लगाने की मांग करते कहा कि राजधानी के केंद्र में ऐसी घटना से मैं हैरान हूं। यह मामला दबाया नहीं जाएगा और मैं निजी तौर पर सुनिश्चित करूंगा कि ऐसा न हो। मैं इसकी शुरुआत उस खिलाड़ी पर आजीवन प्रतिबंध लगाने की मांग से कर रहा हूं जिसने चयन नहीं होने पर यह हमला करवाया।
दिल्ली के सीनियर टीम के मैनेजर शंकर सैनी ने इस घटना के बारे में कहा कि मैं टेंट के भीतर एक साथी के साथ खाना खा रहा था। भंडारी और अन्य चयनकर्ता सीनियर टीम के कोच मिथुन मन्हास के साथ ट्रॉयल मैच देख रहे थे। उन्होंने बताया कि 2 लोग आए और भंडारी के पास गए। उनकी भंडारी से तीखी बहस हुई और वे तुरंत चले गए। इसके बाद 15 लोग हॉकी स्टिक, लोहे की छड़ें और साइकल की चेन लेकर आए।
उन्होंने कहा कि ट्रॉयल में भाग ले रहे लड़के और हम भंडारी को बचाने दौड़े। उन्होंने हमको भी धमकी दी और कहा कि इसमें न पड़ो वरना गोली मार देंगे। उन्हें भंडारी को हॉकी स्टिक और छड़ों से मारा। उन्हें सिर में चोट लगी है। चश्मदीदों के अनुसार डेढ़ा और उसके साथियों ने सीनियर टीम के खिलाड़ियों के सामने भंडारी का पीछा किया और इस बीच पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज ने अपनी जान बचाने के लिए दौड़ लगाई।
सैनी से यह पूछने पर कि यह किसका काम हो सकता है? तो उन्होंने कहा कि मैं उस समय वहां नहीं था जब ये दोनों लड़के भंडारी के पास आए। भंडारी जब पुलिस को बयान देंगे तभी पता चल सकेगा। दिल्ली क्रिकेट भ्रष्टाचार और विभिन्न आयु वर्ग में चयन में अनियमितताओं के आरोपों से हमेशा घिरा रहा है। चित्र सौजन्य : एएनआई