नई दिल्ली। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भारत के 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर कर्तव्य पथ पर देश की आन, बान और शान को प्रदर्शित करने वाली परेड के साक्षी बने और इसी के साथ वह ऐसे वैश्विक नेताओं के समूह में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने 7 दशकों में देश के सबसे बड़े राष्ट्रीय पर्व में शिरकत की है।
मैक्रों समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उनके साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्यों, विदेशी राजनयिकों और गणमान्य व्यक्तियों ने भव्य सैन्य परेड और सांस्कृतिक झांकियां देखीं। यह छठी बार है जब फ्रांस के किसी नेता को गणतंत्र दिवस परेड में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया है।
राष्ट्रपति मैक्रों ने बृहस्पतिवार को जयपुर में प्रधानमंत्री मोदी के साथ अनेक मुद्दों पर बातचीत की थी। इस परेड में फ्रांस के 95 सदस्यीय मार्चिंग टुकड़ी और 30 सदस्यीय बैंड टुकड़ी ने भी हिस्सा लिया। समारोह में दो राफेल लड़ाकू विमान और फ्रांसीसी वायु सेना के एक एयरबस ए330 मल्टी-रोल टैंकर परिवहन विमान भी शामिल होंगे।
भारत अपने गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए प्रति वर्ष वैश्विक नेताओं को आमंत्रित करता है। पिछले वर्ष इस समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने शिरकत की थी।
वर्ष 2020 में ब्राजील के तत्कालीन राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। 2019 में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा वहीं 2018 में सभी 10 आसियान देशों के नेताओं ने समारोह में भाग लिया था। (एजेंसी/वेबदुनिया)