जम्मू। तीन दिनों से कश्मीर बर्फ से सफेद तो हो गया है, लेकिन कुदरत के कहर से त्राहि-त्राहि मची हुई है। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे बंद होने से खाने-पीने की वस्तुओं की जबरदस्त किल्लत महसूस होने लगी है।
सरकारी दावों की पोल उस बात से ही कुल जाती है, जिसमें कश्मीर के मंडलायुक्त ने पेट्रोल व डीजल की कमी को स्वीकार करते हुए इनकी राशनिंग का निर्देश जारी किया था। सभी उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, सड़कें जाम हैं क्योंकि बर्फबारी अभी भी जारी रहने से बर्फ हटाने का कार्य आरंभ नहीं हो पाया था।
जम्मू-श्रीनगर हाईवे मंगलवार को तीसरे दिन भी नहीं खुल पाया है। जवाहर टनल के आसपास के इलाकों में बर्फबारी व रामबन में हुए भूस्खलन के कारण अभी हाईवे को बंद रखा गया है। बर्फबारी के कारण दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की जिंदगी दूभर हो गई है।
लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भी घंटों बर्फ के बीच पैदल चलकर अस्पतालों में पहुंचना पड़ रहा है। ऐसी ही एक घटना उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले के रफियाबाद में देखने को मिली जब गर्भवती महिला को चारपाई पर लेटाकर कई किलोमीटर बर्फ पर पैदल चलकर अस्पताल पहुंचाया गया।
गांव के लोगों का कहना है कि उन्होंने अधिकारियों से कई बार सड़क को साफ करने को कहा, लेकिन किसी ने भी उनकी नहीं सुनी। यही कारण है कि बर्फबारी के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। किसी भी सुविधा के लिए उन्हें घंटों पैदल चलना पड़ता है। जम्मू-कश्मीर के अन्य कई स्थानों पर भी लोगों को इसी तरह से सुविधाओं के लिए परेशान होना पड़ता है।
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर स्थित समरोली समेत जिला में अनेकों जगह पर भूस्खलन का मलबा और पहाड़ों से पत्थर गिरने की वजह से हाईवे बंद है। लगातार हो रही बारिश पहाड़ों से गिरते पत्थर और मलबे की वजह से हाई-वे खोलने का काम बेहद जोखिम भरा हो गया है।
इसके अलावा डुग्गी पुरी, कैफेटेरिया मोड़, मारोग, मगरकोट, सलाड़ सहित 8 से 10 जगहों पर भारी भूस्खलन हुआ है। इसके अलावा बनिहाल में जवाहर सुरंग से नौगाम तक हाईवे पर बर्फ की वजह से जम्मू श्रीनगर हाईवे बाधित है।
इसी तरह उधमपुर से 18 किलोमीटर दूर स्थित समरोली में भी जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर एक बड़ा पत्थर और काफी मलबा सड़क पर आ गिरा है, जिस वजह से जम्मू-श्रीनगर हाईवे बाधित है। खराब मौसम में जम्मू श्रीनगर हाईवे के मंगलवार को भी खुलने की कोई संभावना नहीं है। हाईवे बंद होने की वजह से हाईवे पर 4 हजार से ज्यादा वाहन फंसे हुए हैं।
2 फुट तक जमी बर्फ : शनिवार रात से जारी बर्फबारी के कारण दक्षिण कश्मीर में कई स्थानों पर बर्फ की गहराई 1.5 फीट से 2 फीट तक है। इससे पैदल चलने वालों को भी परेशानी हो रही है। बारामुला में स्की-रिजार्ट गुलमर्ग में 1.5 फीट, टंगमर्ग में 7.4 इंच, पहलगाम में 1.5 फुट, सोनमर्ग में 15 इंच, काजीगुंड में 1.5 फुट, शोपियां में 2.2 फुट, पुलवामा में 1.7 फुट, त्राल में 1.5 फुट, कुलगाम में 1.9 फुट, कोकरनाग में 1.9 फीट, बनिहाल में 6.4 इंच, श्रीनगर में 16 इंच, कुपवाड़ा में 5 इंच, बारामूला मे 6 इंच, गांदरबल में 5 इंच, बडगाम में 5 इंच, अनंतनाग में 17 इंच बर्फ पड़ गई है।
मुगल रोड बंद : पुंछ से कश्मीर घाटी को जोड़ने वाला मुगल रोड भी बर्फबारी की वजह से बंद है। पीर की गली में भी भारी बर्फबारी देखी गई। मंगलवार शाम तक 2 फुट बर्फ पड़ चुकी थी। किश्तवाड़ के मड़वाह में 2 फुट ताजा बर्फबारी हुई, जबकि वीरवाह में 2 फीट 8 इंच, सनथन टॉप, मिनीमर्ग, साधना टाप, ज़ोजिला दर्रा और द्रास में भी मंगलवार शाम तक भारी बर्फबारी हुई है। बर्फबारी की वजह से श्रीनगर-लेह मार्ग भी प्रशासन के आदेश पर बंद कर दिया गया है।