जयपुर। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा से पहले अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों साथ में नजर आए। कांग्रेस में गद्दार विवाद के बाद यह पहला मौका था जब गहलोत और पायलट एक साथ नजर आए।
दोनों नेताओं के बीच बढ़ते विवाद को देखते हुए राहुल गांधी ने दोनों ही नेताओं को पार्टी के लिए एसेट्स (धरोहर) बताया था। इस पर गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी हम सबके नेता है। जब उन्होंने कहा कि एसेट्स (धरोहर) है तो फिर एसेट्स है। फिर चर्चा किस बात की।
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी पार्टी की सबसे बड़ी खूबी यही है. आजादी से पहले और आजादी के बाद, जो नंबर एक नेता होता है उनके अनुशासन में पार्टी चलती हैं। हमारे यहां राहुल गांधी के कहने के बाद कोई गुंजाइश नहीं रहती।
उल्लेखनीय है कि 24 नवंबर को अशोक गहलोत ने एक सनसनीखेज बयान देते हुए सचिन पायलट को 'गद्दार' कह दिया था। उन्होंने कहा था कि एक गद्दार को किसी भी सूरत में राजस्थान का मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा सकता। साल 2020 के सचिन पायलट के विद्रोह को लेकर गहलोत ने कहा कि उस विद्रोह के लिए भी भाजपा ने फंड दिया था।
पायलट ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गहलोत जैसे कद वाले किसी नेता के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि इस तरह कीचड़ उछालने से कुछ हासिल नहीं होगा और कांग्रेस में सभी की जिम्मेदारी राजस्थान में फिर से पार्टी की सरकार लाने के लिए संगठन को मजबूत करने की है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा कांग्रेस नेता सचिन पायलट को 'गद्दार' कहे जाने को अप्रत्याशित करार दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को दोनों नेताओं की जरूरत है और राजस्थान के मसले का उचित हल व्यक्तियों को देखते हुए नहीं, बल्कि पार्टी संगठन को प्राथमिकता देकर निकाला जाएगा।
Edited by : Nrapendra Gupta