नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने सेना में 'सेवादारी व्यवस्था' को महत्वपूर्ण बताते हुए शुक्रवार को कहा कि यदि किसी जवान को कोई काम पसंद नहीं है तो उसे बेहिचक अपनी बात उच्च स्तर तक पहुंचानी चाहिए जिससे कि उसका समाधान हो सके।
सेना में 'सेवादारी व्यवस्था' के बारे में एक जवान का वीडियो वायरल होने के बाद चर्चा का विषय बने इस मुद्दे पर जनरल रावत ने यहां वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सेवादार या सहायक जिसे 'बड्डी' कहते हैं, सेना के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सहायक घर और ऑफिस में अधिकारी की विभिन्न कामों में सहायता करने के साथ-साथ फील्ड में मोबिलाइजेशन या युद्ध के समय रेडियो सेट जैसे उपकरण साथ लेकर चलता है।
उन्होंने कहा कि सहायक या बड्डी का होना इसलिए भी जरूरी है कि इससे अफसर और जवान के बीच संवाद कायम होता है और परिवार से दूर रहने वाले सैनिकों के लिए यह और भी ज्यादा जरूरी है जिससे कि वे अपनी बात रखकर तनाव दूर कर सकते हैं।
जनरल रावत ने कहा कि वे संवाद की प्रक्रिया को मजबूत बनाना चाहते हैं और जवानों को किसी भी तरह की शिकायत बेहिचक उन तक पहुंचानी चाहिए। सेना में जवानों की शिकायत सुनने के लिए सुझाव और शिकायत लेने की परंपरा पहले से रही है और वे इसे सुदृढ़ बनाने जा रहे हैं। इसके लिए मुख्यालय तथा निचले स्तर तक सभी कमानों में शिकायत और सुझाव बॉक्स लगाए जाएंगे। जवान इसमें अपनी शिकायत और सुझाव सीधे सेना प्रमुख तक भेज सकेंगे और उनका नाम गोपनीय रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि जवान को अपना नाम छिपाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यदि किसी भी स्तर पर उसका नाम सार्वजनिक होता है तो इसकी जिम्मेदारी खुद सेना प्रमुख के स्टाफ की होगी। (वार्ता)