गुजरात में मुख्यमंत्री पद से विजय रूपाणी की विदाई और भूपेन्द्र पटेल की ताजपोशी का काम तो भाजपा ने आसानी से कर लिया है, लेकिन अब मंत्रिमंडल गठन को लेकर मुश्किलें आ रही हैं। मंत्री पद को लेकर जारी जद्दोजहद के बीच मंत्रिमंडल का शपथ समारोह टाल दिया गया है।
गुजरात में मंत्रिमंडल के सदस्यों को 2 बजे शपथ दिलाई जानी थी, लेकिन उसे टाल दिया गया। बाद में इसका समय 6 बजे किया गया था, लेकिन बाद में इसे भी टाल दिया गया। बताया जा रहा है कि अब यह विस्तार गुरुवार को हो सकता है।
ऐसा माना जा रहा है कि भूपेन्द्र पटेल अपनी टीम में नई चेहरों को जगह देना चाहते हैं, जबकि उनके इस फैसले से पुराने मंत्री नाराज बताए जा रहे हैं। उपमुख्यंमत्री नितिन पटेल भी नाराज बताए जा रहे हैं।
यह भी माना जा रहा है कि यदि पुराने मंत्रियों को यदि पद से हटाया जाएगा तो आने वाले चुनाव में उनकी नाराजगी पार्टी को भारी पड़ सकती है। सूत्रों की मानें तो पटेल अपने मंत्रिमंडल में 10 लोगों को शामिल कर सकते हैं, वहीं दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि वे 27 सदस्यीय मंत्रिमंडल का गठन कर सकते हैं।
सूत्रों की मानें तो वडोदरा से विधायक मनीषा वकील, भुज से विधायक निमा बेन आचार्य और सूरत से विधायक संगीता पाटिल को भी मंत्री मनाया जा सकता है। लेकिन, यह भी तय माना जा रहा है भूपेन्द्र पटेल मंत्रिमंडल में नए चेहरों को ज्यादा मौका देंगे। इसके साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए जातिगत समीकरणों का भी खयाल रखा जाएगा।