नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्माई नेतृत्व में भाजपा ने गुजरात और हिमाचल में सरकार बनाने में कामयाबी हासिल कर ली है। अब देश में 19 राज्यों में भाजपा और उसके सहयोगियों की सरकार हो जाएंगी। गुजरात में विजय रुपाणी का कमजोर रिकॉर्ड और हिमाचल में मुख्यमंत्री पद से दावेदार प्रेम कुमार धूमल की हार से यह सवाल उठ रहे हैं कि इन दोनों राज्यों में कौन बनेगा मुख्यमंत्री?
हिमाचल में जेपी नड्डा एक फिर मुख्यपंत्री पद की दौड़ में शामिल नजर आ रहे हैं। हालांकि कुछ लोग अनुराग ठाकुर के पक्ष में लॉबिंग कर रहे हैं। बहरहाल यह तय है कि अगला मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री मोदी की पसंद का ही होगा। गुजरात में भी कोई नया चेहरा मुख्यमंत्री बन सकता है।
सूत्रों की मानें तो गुजरात में मुख्यपंत्री पद की दौड़ में कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी का नाम सबसे आगे हैं। सीएम पद के इस दौड़ में दूसरे स्थान पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग और शिपिंग के राज्य मंत्री मनसुख मांडविया का नाम है। वजुभाई वाला और विजय रूपाणी को भी मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
भाजपा संसदीय बोर्ड ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधायक दल के नेता चुनाव के लिए दो-दो सदस्यीय पर्यवेक्षक दल भेजने का फैसला किया। वित्त मंत्री अरुण जेटली एवं महासचिव सरोज पांडे गांधीनगर और ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर एवं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण शिमला जाएंगी।
भाजपा संसदीय बोर्ड के सचिव एवं केन्द्रीय मंत्री जे पी नड्डा ने संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद संवाददाताओं को यह जानकारी दी। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में यहां हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल हुए।
संसदीय बोर्ड में मोदी, शाह, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी, अरुण जेटली, अनंत कुमार, जेपी नड्डा, थावरचंद गहलोत तथा भाजपा के संगठन महासचिव रामलाल हैं।
शाह ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश की जनता को भाजपा और उसके कार्यक्रमों एवं नीतियों में विश्वास व्यक्त करने के लिए धन्यवाद व्यक्त किया। नड्डा ने कहा कि गुजरात के लिए जेटली एवं पांडे तथा हिमाचल प्रदेश के लिए तोमर और श्रीमती सीतारमण जाएंगे और वहां निर्वाचित विधायकों से उनके नेता के चुनाव के संबंध में बातचीत करेंगे।
उन्होंने कहा कि संसदीय बोर्ड ने विकास में विश्वास व्यक्त करने के लिए लोगों का आभार जताया। पार्टी नेतृत्व ने परिणामों पर संतोष व्यक्त किया।