चंड़ीगढ़। डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सजा सुनाए जाने के बाद व्यापक हिंसा झेल चुके हरियाणा और पंजाब में अब जनजीवन सामान्य हो रहा है। दोनों राज्यों में शिक्षा संस्थान और दुकानें बुधवार को फिर से खुल गए, वहीं 'संवेदनशील' क्षेत्रों के ज्यादातर मार्गों पर यातायात बहाल हो गया है।
हालांकि दोनों राज्यों में सुरक्षाबल अभी भी अलर्ट पर हैं। विशेष सीबीआई अदालत की ओर से डेरा प्रमुख को सजा सुनाए जाने के बाद अभी तक कहीं से भी किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
50 साल के डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को रोहतक जिले के सुनारिया जेल में रखा गया है। जिसके चारों ओर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। हरियाणा के सिरसा में सिर्फ डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय जाने वाली सड़क पर कर्फ्यू जारी है, जबकि शेष सिरसा शहर में जनजीवन सामान्य हो गया है।
सिरसा के उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने कहा कि एहतियात के तौर पर सिरसा के विभिन्न नाकों पर अभी भी सेना, अर्धसैनिक बलों और पुलिस को तैनात रखा गया है। उपायुक्त ने कहा कि सिरसा जिला प्रशासन ने डेरा सच्चा सौदा से जुड़े 650 लोगों को अपने-अपने स्थानों के लिए रवाना कर दिया है।
इसके अलावा 18 साल तक की 18 लड़कियों को भी सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करके डेरा से बाहर निकाल लिया गया। डेरा का विशाल मुख्यालय सिरसा शहर में स्थित हैं, जहां गुरमीत राम रहीम की सजा से पहले बड़ी संख्या में डेरा के अनुयायी एकत्रित हो गए थे। हरियाणा के अन्य शहरों से पहले ही कर्फ्यू हटाया जा चुका है। हिंसा के बाद हरियाणा के पंचकूला और कैथल में कर्फ्यू लगाया गया था।
हरियाणा परिवहन मंत्री कृष्णलाल पवार ने कहा है कि फतेहाबाद और सिरसा को छोड़कर पूरे हरियाणा में रोडवेज की बस सेवा बहाल करने के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि राम रहीम मामले में सीबीआई कोर्ट का फैसला आने के बाद कानून और व्यवस्था की स्थिति बरकरार रखने के लिए 16 जिलों में बस सेवा निलंबित कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि स्थिति सामान्य होने के बाद फतेहाबाद और सिरसा जिलों में भी बस सेवा शुरू कर दी जाएगी।
पंजाब में मोबाइल डेटा सेवाओं को बहाल कर दिया गया है, लेकिन हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जैसे संवेदनशील जिलों में बुधवार को दोपहर तक एसएमएस, डोंगल सेवा और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहेंगी। अधिकारियों के अनुसार, इस संबंध में बुधवार को शाम में निर्णय किया जाएगा।
अधिकारियों ने पंजाब के मंगलवार को 5 जिलों से मंगलवार को कर्फ्यू हटा लिया था और ट्रेन सेवाएं बहाल कर दी गई थीं। अधिकारियों ने बताया कि डेरा के अनुयायियों की उपस्थिति वाले पंजाब के संवेदनशील जिले बठिंडा, पटियाला और मोगा में जनजीवन सामान्य है और स्थिति शांतिपूर्ण है।
उल्लेखनीय है कि डेरा प्रमुख को बलात्कार के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद हुई हिंसा में 32 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें से 6 लोगों की मौतें सिरसा में हुई हैं। (भाषा)