गुरुदेव ने कहा कि इस दु:ख की घड़ी में हमारी संवेदनाएं पीड़ितों, उनके परिवारों और इस निरर्थक हिंसा से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं। ऐसे क्षणों में शब्द भी कम पड़ जाते हैं, लेकिन हमारी सामूहिक चेतना की शक्ति ही उपचार की शुरुआत कर सकती है। गुरुदेव ने इस दु:खद समय में शांति, प्रार्थना और एकता का संदेश साझा करते कहा कि आइए हम सब मिलकर नफरत के खिलाफ खड़े हों और मानवता की आवाज को और मजबूत करें।
Edited by: Ravindra Gupta