Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

पटेल आरक्षण आंदोलन को बनाएंगे देशव्यापी, गुर्जरों का भी साथ

Advertiesment
हमें फॉलो करें पटेल आरक्षण आंदोलन को बनाएंगे देशव्यापी, गुर्जरों का भी साथ
, सोमवार, 31 अगस्त 2015 (08:49 IST)
पटेलों को अब जाट, कुर्मी और गुर्जरों का भी साथ
 
नई दिल्ली-अहमदाबाद। गुजरात में पटेल आंदोलन का चेहरा बन गए हार्दिक पटेल ने इस आंदोलन को देशव्यापी बनाने के लिए अन्य समुदायों के साथ हाथ मिलाने का संकल्प लिया है। उन्होंने मौजूदा सरकार की नीतियों की आलोचना की। पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के संयोजक हार्दिक ने कहा कि वह अपने पटेल/पाटीदार समुदाय के गरीबों के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
हार्दिक ने कहा कि हम अपनी पटेल बिरादरी के 95 फीसदी गरीबों के लिए आरक्षण मांग रहे हैं। पाटीदार समुदाय के सिर्फ पांच फीसदी लोग ही समृद्ध हैं, पूरा समुदाय नहीं। पिछले एक दशक में हमारे समुदाय के 10000 किसान खुदकुशी कर चुके हैं। मैं उनके लिए लड़ रहा हूं। अगर अन्य समुदाय आगे आते हैं तो मैं उनका भी समर्थन करूंगा। मैं सभी से बात कर रहा हूं।
 
हार्दिक ने कहा कि हम सिर्फ पाटीदारों को ही नहीं, बल्कि अन्य समुदायों को भी लामबंद करेंगे। पटेल राजधानी में गुर्जर और कुर्मी समाज के निमंत्रण पर आए हैं। कोटला के गुज्जर भवन में इन समुदायों ने सभा की।
 
हार्दिक ने कहा कि मैं गुर्जर और कुर्मी समुदाय के निमंत्रण पर दिल्ली आया हूं। वे हमारे भाई हैं और उन्होंने यहां सभा रखी थी। बहुत जल्द ही राष्ट्रीय राजधानी में आंदोलन जोर पकड़ लेगा। यह एक लंबा संघर्ष है और 1-2 साल तक चलेगा। वे हमारा समर्थन करेंगे। जरूरत पड़ने पर राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित कर देंगे।
 
पटेल ने यह भी कहा कि आरक्षण नीति ने देश को 60 साल पीछे धकेल दिया है। उन्होंने कहा कि अगर आरक्षण देना ही है तो सभी को दो। आरक्षण योग्य और इसके हकदार छात्रों को मिलना चाहिए, जो आरक्षण के हकदार होते हैं लेकिन जिन्हें मिलता नहीं। उन्होंने कहा कि जिस दिन आरक्षण नीति का सही मसविदा तैयार हो गया उसी दिन काफी लोग देश के विकास का हिस्सा बन जाएंगे। अगर ऐसा हुआ तो चीन को पीछे छोड़कर भारत महाशक्ति बन जाएगा।
 
हार्दिक ने साफ कर दिया कि उनकी पीठ पर किसी राजनैतिक दल का हाथ नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझे किसी दल या नेता का समर्थन नहीं है। कोई नेता या दल हमारे आंदोलन का हिस्सा नहीं है। मैं राजनीति में नहीं आना चाहता। मेरे पास गुजरात के 70 लाख लोगों का समर्थन है और मैं देश के 27 करोड़ पटेलों को लामबंद करना चाहता हूं। यह ओबीसी कोटे में पटेलों को आरक्षण दिलाने की लड़ाई है।
 
हार्दिक ने कहा कि अगर यह बाल ठाकरे के तरीके की राजनीति है तो इसमें गलत क्या है? मैं अरविंद केजरीवाल के सिद्धांतों को भी अच्छा मानता हूं। मोदीजी का कुर्ता पहनने का तरीका और राष्ट्रीय सुरक्षा पर उनकी नीति पसंद करता हूं। लेकिन मैं किसी की मदद नहीं लूंगा। पूरा देश मेरी मदद करेगा।
 
हार्दिक ने कहा कि जल्द ही वह लखनऊ में महारैली करेंगे। यहां जंतर-मंतर पर पूरे देश के पटेलों को बुलाएंगे। पहले चरण में 12 राज्यों में आंदोलन को फैलाएंगे। उनकी मांग है कि गुजरात में मरने वाले पटेलों के परिजनों को मुआवजा मिले और हिंसा में शामिल पुलिसवाले निलंबित हों।
 
गुजरात में पिछले सप्ताह पटेल समुदाय के लिए शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण की मांग को लेकर शुरू हुए आंदोलन के हिंसक रूप ले लेने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi