नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में भारी वर्षा और बाढ़ से अब तक 22 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 9 लापता हैं। राज्य में पिछले 5 दिनों से बारिश हो रही है और कई इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं।
बाढ़ के कहर से उज्जैन, विदिशा, मंदसौर व सीहोर में बाढ़ आ गई है। सीहोर में बाढ़ की वजह से 200 से ज्यादा गांवों का संपर्क अन्य जगहों से टूट गया है। सतना में भी 40 गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं।
मध्यप्रदेश में नदियों का जलस्तर बढ़ने से सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई जगह पानी भरने से लोग फंस गए हैं। कई इलाके 15 से 20 फुट गहरे पानी में डूबे हैं, जहां एनडीआरएफ को बोट चलाने में दिक्कत आ रही है।
बाढ़ से बेहाल मध्यप्रदेश में लोगों की मदद के लिए राहत शिविर बनाए गए हैं, जहां 15,810 बाढ़ प्रभावित लोग रह रहे हैं। जबलपुर, कटनी, छिंदवाड़ा, उज्जैन, विदिशा जैसे जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए। राज्य में राहत और बचाव कामों के लिए एनडीआरएफ की 45 टीम, एसडीआरएफ के 5,000 जवान और पुलिस के 800 जवान तैनात किए गए हैं।
बाढ़ के संकट को देखते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं, साथ ही लोगों की मदद के लिए 1079 का हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। 18 जिलों में मौसम विभाग ने अगले 12 घंटों के दौरान जबर्दस्त बारिश का अलर्ट जारी किया है, हालांकि पिछले कुछ घंटों में बारिश नहीं होने से हालात में कुछ सुधार हुआ है।
मौसम विभाग भोपाल के निदेशक अनुपम काश्यपी ने बताया कि इंदौर, उज्जैन और होशंगाबाद संभागों के अलावा राज्य की राजधानी के कुछ हिस्सों में रविवार को भारी से भारी बारिश होने की संभावना है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने चौहान से बातचीत की है और उन्हें राहत और बचाव अभियानों में सभी मदद देने का आश्वासन दिया है।
उत्तरी मानसून के जोधपुर पार कर जाने के साथ ही राजस्थान के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई है। महाराष्ट्र, गोवा, तेलंगाना, कर्नाटक के उत्तरी भीतरी भाग और केरल में मानसून लगातार सक्रिय है जबकि राष्ट्रीय राजधानी में बारिश नहीं हुई है जिसके कारण उमस का असर रहा और अधिकतम तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
असम में मोरीगांव जिले में स्थित पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य में ब्रह्मपुत्र नदी के पानी से 60 प्रतिशत भर गया है और दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले ग्रेट इंडियन एक सिंह वाले गैंडों की रिहायश वाले जगह के लगभग 50 प्रतिशत बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है।
असम में रविवार को 2 व्यक्ति पानी में बह गए। लखीमपुर, गोलाघाट, मोरीगांव, बारपेटा और जोरहाट जिलों में 1.35 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनेवाल ने बाढ़ के हालात की समीक्षा की।
झारखंड और उत्तरी ओडिशा के पड़ोसी इलाकों के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण ओडिशा में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है, हालांकि हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में उल्लेखनीय बारिश नहीं हुई है जिसके कारण पिछले कुछ दिनों से तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
राज्य में मौसम कार्यालय ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम दिशा से 45-55 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज सतही हवा चली और ओडिशा तट के नजदीक और इससे दूर इसकी रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटा तक चली गई। मौसम के खराब हालात को देखते हुए मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
राजस्थान में सोमवार सुबह साढ़े 8 बजे तक समाप्त हुए पिछले 24 घंटों में कम से कम 3 स्थानों पर 10 सेंटीमीटर से अधिक बारिश हुई है। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई है और आने वाले सप्ताह में और बारिश होने का अनुमान है। रविवार से जुबार हट्टी में 21 मिलीमीटर और धर्मशाला में 18 मिलीमीटर बारिश हुई है।
पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों में हिसार सबसे गर्म स्थान रहा और यहां का अधिकतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक 38.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पश्चिम बंगाल में सोमवार को दिन का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया और राज्य के कई इलाकों में हल्की से लेकर भारी बारिश हुई है। कोलकाता का तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और आसमान में बादल छाए रहे। यहां पर 8.9 मिलीमीटर बारिश हुई। (भाषा)