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Weather Updates: MP, UP और बिहार में हुई जोरदार बारिश, हीटवेव से जूझ रहे कश्मीर में भी हुई वर्षा

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नई दिल्‍ली , बुधवार, 13 सितम्बर 2023 (08:47 IST)
Weather Updates: उत्‍तरप्रदेश में बीते 2 दिनों में जमकर बरसात हुई। इस मानसूनी बारिश ने जनजीवन अस्‍तव्‍यस्‍त कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को भी प्रदेश में जमकर बारिश होगी। मौसम विभाग (आईएमडी) का कहना है कि दिल्‍ली-एनसीआर के इलाकों में भी आज झमाझम बारिश होगी। उधर दूसरी ओर हीटवेव से जूझ रहे कश्मीर में भी वर्षा हुई है।
 
उत्तरप्रदेश के  कुछ इलाकों में तेज बारिश की भी आशंका जताई गई है। आईएमडी के अनुसार उत्‍तरप्रदेश में बुधवार को बिजली गिरने की घटनाओं में इजाफा हो सकता है। लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
 
जम्मू-कश्मीर में वर्षा: जम्मू और कश्मीर में मौसम के मिजाज में बदलाव आ गया है। झमाझम हो रही बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दिलाई है। लगातार बढ़ते तापमान और उमस के बाद सोमवार देर रात से शुरू हुई बारिश मंगलवार सुबह तक जारी रही जिसके चलते जम्मू का मंगलवार को दिन का तापमान श्रीनगर से भी कम दर्ज किया गया। बेशक तापमान कम रहा लेकिन उमस ने बेहाल किया।
 
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में अभी बारिश का दौर जारी रहेगा, वहीं आज भी बारिश की संभावना जताई गई है। आगामी 3 दिनों तक प्रदेश में हल्की से माध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। बीते दिन में बीच-बीच में बादल छाए रहे हैं। दिन में चिलचिलाती धूप से तो राहत रही लेकिन उमस बेहाल करती रही।
 
मौसम विभाग ने 15 सितंबर तक आंशिक बादलों के साथ हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई है। गर्मी से बेहाल लोगों के लिए सोमवार मौसम राहत भरा रहा। फिलहाल प्रदेश में मौसम के मिजाज यूं ही बदले रहेंगे और बारिश गर्मी से राहत दिलाएगी।
 
बारिश से हवा में अधिकतम आर्द्रता 92 प्रतिशत रही जिससे लोगों को उमसभरी गर्मी का एहसास होता रहा। शाम के समय थोड़ी हवाएं चलना शुरू हुईं तो सभी ने गर्मी से राहत की सांस ली। फिलहाल मौसम के मिजाज यूं ही बदले रहेंगे, वहीं श्रीनगर में अधिकतम तापमान 32.9 तथा न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

उत्तरप्रदेश के 6 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट : उत्तरप्रदेश के कई जिलों में रुक-रुककर बारिश हो रही है और मौसम विभाग ने 6 जिलों में भारी बारिश का अंदेशा जताते हुए अलर्ट जारी किया है। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में वर्षा के कारण हुए हादसों में 9 लोगों की मौत हो गई।
 
राहत आयुक्त कार्यालय से मिली रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में वर्षाजनित हादसों में 9 लोगों की मौत हो गई है। इनमें मिर्जापुर में 3, प्रयागराज और सीतापुर में 2-2 जबकि सुलतानपुर और बदायूं में 1-1 व्यक्ति की मौत हुई है।
 
रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के विभिन्न जिलों में रुक-रुककर हो रही बारिश की वजह से बलिया, बाराबंकी, बदायूं, कासगंज, लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, मऊ और मेरठ जिलों के 91 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान बहराइच तथा बाराबंकी के कुछ इलाकों में 250 मिमी बारिश हुई है।
 
राज्य में सोमवार को बारिश के कारण 19 लोगों की मौत हुई थी। बारिश के कारण कुछ जिलों में स्कूलों को एक से दो दिन के लिए प्रशासन ने बंद कर दिया था। मंगलवार को आसमान साफ होने के साथ राज्य की राजधानी में स्कूल फिर से खुल गए।
 
मौसम कार्यालय ने 6 जिलों- लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, सीतापुर, बाराबंकी और गोंडा के लिए भारी बारिश का 'रेड अलर्ट' जारी किया है और 4 जिलों- हरदोई, लखनऊ, सिद्धार्थनगर और बस्ती के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है। गोंडा में सुबह से मौसम साफ रहने के बाद मंगलवार को अपराह्न साढ़े 3 बजे से वर्षा शुरू हो गई। रात में हुई बर7 से निचले इलाकों में पानी भर गया था। जिला चिकित्सालय परिसर में भी पानी भरा हुआ है।
 
गोंडा जिला प्रशासन ने मंगलवार सुबह आज के लिए सभी स्कूल-कॉलेज बंद रखने का आदेश जारी किया। जिला आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि जिले के तरबगंज तहसील में आकाशीय बिजली गिरने से दो भैंसों की मौत हो गई। उनके मुताबिक इसके अलावा किसी अन्य जान और माल की हानि की सूचना नहीं है। बाराबंकी जिले में सोमवार को भारी बारिश के कारण शहर के कई मोहल्ले टापू बन गए।
 
अधिकारियों ने बताया कि राहत व बचाव के लिए पहुंचे राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के दल जलभराव वाले इलाकों से अब तक 500 लोगों को बाहर निकाल चुके हैं और राहत सामग्री बांटी जा रही है। अयोध्या मंडल के आयुक्त व पुलिस महानिरीक्षक ने आज प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
 
अयोध्या मंडल के आयुक्त सौरभ दयाल ने प्रभावित मोहल्लों का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों को बताया कि शहरी क्षेत्र के 10 से ज्यादा मोहल्ले बर7 के पानी में डूब गए हैं। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की 12 नौकाएं इस समय जलजमाव से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य में लगी हैं और लोगों को बाहर निकाल रही हैं।
 
राहत आयुक्त कार्यालय के अधिकारी ने बताया कि पिछले 48 घंटों में राज्य के 7 जिलों में 100 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है और 10 अन्य जिलों में 50 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है। उन्होंने बताया कि दो जिलों-- बहराइच और बाराबंकी के कुछ हिस्सों में 250 मिमी से अधिक बारिश हुई है।
 
अधिकारी ने कहा कि नगर निगम के दल विभिन्न हिस्सों में चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं ताकि जलजमाव की समस्या से निपटा जा सके और क्षेत्रों को बारिश के पानी से मुक्त कराया जा सके। उन्होंने बताया कि राज्य के सभी तटबंध सुरक्षित हैं और कहीं से किसी के टूटने की खबर नहीं है। सिंचाई विभाग के अधिकारी-कर्मचारी लगातार प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हालात पर नजर बनाए हुए है।
 
उन्होंने बताया कि फिलहाल कोई भी नदी कहीं भी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है लेकिन पलिया कलां (लखीमपुर खीरी) में शारदा खतरे के निशान के आसपास बह रही है। अधिकारी के मुताबिक इसके अलावा मुरादाबाद में रामगंगा नदी और बाणसागर (मिर्जापुर) में सोन नदी के जलस्तर में वृद्धि की प्रवृत्ति दर्ज की गई है। अधिकारी ने कहा कि आपदा की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के दलों को जिलों में तैनात किया गया है।
 
उन्होंने बताया कि जिलों में भोजन के पैकेट और खाद्यान्न वितरण के साथ-साथ तिरपाल शीट और अन्य आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया जा रहा है और चिकित्सा विभाग के साथ ही पशुपालन विभाग के दल भी तैनात किए गए हैं। सब कुछ नियंत्रण में होने का भरोसा देते हुए अधिकारी ने कहा कि राहत आयुक्त कार्यालय में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र 24 घंटे चालू है और साथ ही आम लोगों के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। अधिकारी ने कहा कि राहत कार्यों के लिए जिलों को पहले ही धन आवंटित किया जा चुका है।
 
औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ रेखा बीकानेर, कोटा, गुना, सतना, अंबिकापुर, बालासोर से होकर पूर्व दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
 
एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश पर चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से लेकर पूर्वी मध्यप्रदेश विदर्भ और दक्षिण छत्तीसगढ़ होते हुए बंगाल के पश्चिम मध्य मार्ग तक समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैली हुई है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर समुद्र तल से 3.1 से 7.6 किमी के बीच ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। इसके प्रभाव से अगले 48 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
 
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट के अनुसार आज बुधवार को ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्यप्रदेश, विदर्भ, तटीय आंध्रप्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, उत्तरप्रदेश, तेलंगाना, मराठवाड़ा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
 
पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, रायलसीमा, दक्षिण-पूर्व गुजरात, हिमाचलप्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तरी पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पूर्वी राजस्थान में एक या 2 स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।
 
Edited by: Ravindra Gupta

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