Weather Updates: आज शुक्रवार को गुजरात के कच्छ क्षेत्र में मध्यम से भारी बारिश के साथ-साथ कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश संभव है। सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में हवा की गति 100 किमी प्रति घंटा से अधिक हो सकती है। पूर्वोत्तर अरब सागर में ऊंची लहरों के साथ समुद्र की स्थिति बहुत खराब हो सकती है। बिपरजॉय राजस्थान की ओर बढ़ गया है तथा वहां वर्षा होने की संभावना है।
अरब सागर में 10 दिनों तक छाए रहने के बाद चक्रवात 'बिपरजॉय' गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह से टकरा गया। इस चक्रवात से कच्छ और सौराष्ट्र तटों के आसपास तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई। आईएमडी के अनुसार बेहद खतरनाक चक्रवाती तूफान बिपरजॉय देर रात 2.30 बजे नलिया से 30 किमी उत्तर में सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र पर केंद्रित था। आज इसके उत्तर-पूर्व में बढ़ने की संभावना है, वहीं तूफान की थोड़ी धीमी गति हो सकती है। हालांकि शाम तक राजस्थान की ओर बढ़ जाने की उम्मीद है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि टकराने के बाद बेहद खतरनाक चक्रवात बिपरजॉय अब खतरनाक ही रह गया है। महापात्र ने बताया कि चक्रवात अब समुद्र से जमीन की ओर बढ़ गया है और सौराष्ट्र-कच्छ की ओर केंद्रित है। चक्रवात की तीव्रता घटकर 105-115 किमी प्रति घंटा हो गई है। चक्रवात अब समुद्र से जमीन की ओर बढ़ गया है और सौराष्ट्र-कच्छ की ओर केंद्रित है। चक्रवाती तूफान प्रचंड गंभीर चक्रवाती तूफान की श्रेणी में बदल गया है। 16 जून यानी आज शाम को चक्रवाती तूफान अपना रास्ता बदलेगा।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : स्काईमेट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर मिजोरम, त्रिपुरा, उत्तरी पंजाब और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। शेष उत्तर-पूर्व भारत, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सौराष्ट्र और कच्छ, दक्षिण गुजरात, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक और केरल में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
मध्यप्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा, हरियाणा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तटीय आंध्रप्रदेश में 1 या 2 स्थानों पर छत्तीसगढ़, तमिलनाडु और तटीय आंध्रप्रदेश में हल्की बारिश हुई। तटीय आंध्रप्रदेश, बिहार, गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और आंतरिक ओडिशा में 1 या 2 स्थानों पर लू (हीटवेव) की स्थिति रही।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट के अनुसार आज शुक्रवार को गुजरात के कच्छ क्षेत्र में मध्यम से भारी बारिश के साथ-साथ कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश संभव है। सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में हवा की गति 100 किमी प्रति घंटा से अधिक हो सकती है। पूर्वोत्तर अरब सागर में ऊंची लहरों के साथ समुद्र की स्थिति बहुत खराब हो सकती है।
असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश संभव है। पूर्वोत्तर भारत के बाकी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी बारिश संभव है। गुजरात क्षेत्र, केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, जम्मू-कश्मीर, पंजाब के हिमाचल प्रदेश भागों और दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
16 जून से दक्षिण-पश्चिम और पश्चिमी राजस्थान में बारिश की तीव्रता बढ़ेगी और कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, बिहार के कुछ हिस्सों, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तटीय आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और विदर्भ और मराठवाड़ा में 1 या 2 स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।
मप्र में 17 जून को आएगा मानसून : मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यप्रदेश का मौसम शुष्क रहा। हालांकि शहडोल, रीवा, सागर, जबलपुर, भोपाल, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग के कई जिलों में बारिश की गतिविधियां दर्ज की गईं। पिछले 24 घंटों में सर्वाधिक तापमान खजुराहो में 45.2 डिग्री सेंटीग्रेट दर्ज किया गया।
मौसम विभाग मध्यप्रदेश के अनुसार आज शुक्रवार को बैतूल, खरगोन, धार, इंदौर, रतलाम, सतना, सिंगरौली, आलीराजपुर, देवास, सीधी, रीवा, झाबुआ और छिंदवाड़ा जिलों में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश का अनुमान है। राज्य के शेष जिलों का मौसम शुष्क बना रहेगा।
इसके अलावा इंदौर, उज्जैन, रीवा, नर्मदापुरम, भोपाल और सागर संभागों के कई जिलों में 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। मौसम विभाग मध्यप्रदेश के मुताबिक इस वर्ष प्रदेश में मानसून 5 से 6 दिन तक देरी से आने का अनुमान है और यह 17 से 20 जून के मध्य आ सकता है।
झारखंड में प्री-मानसून एवं मानसून की बारिश 19 जून के बाद : रांची (झारखंड) में प्री-मानसून एवं मानसून की बारिश 19 जून के बाद शुरू होने की संभावना है लेकिन राज्य को इस पूरे महीने गर्मी से कोई राहत नहीं मिलने वाली है। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में गुरुवार को उक्त बातें कही।
रांची स्थित मौसम विभाग के क्षेत्रीय केंद्र के प्रमुख अभिषेक कुमार ने आज शु्क्रवार को बताया कि विभाग द्वारा लगाए गए पूर्वानुमान के अनुसार 29 जून तक गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। उन्होंने बताया कि इस दौरान राज्य में अधिकतम तापमान 38 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। फिलहाल पूरा राज्य भारी गर्मी एवं लू की चपेट में है।
कुमार ने कहा कि राहत की बात यह है कि झारखंड में प्री-मानसून वर्षा 19 जून के बाद प्रारंभ हो जाएगी और जल्द ही मानसून की वर्षा भी प्रारंभ होने की पूरी संभावना है। आज सबसे अधिक वर्षा 14.5 मिमी लोहरदगा में दर्ज की गई जबकि गोड्डा 44.7 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान 44.7 के साथ सबसे गर्म स्थान रहा। रांची में आज अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। झारखंड में 19 जून से राज्य में कहीं-कहीं गरज के साथ हल्की वर्षा और तेज हवाएं चलने की संभावना है।(एजेंसियां)
Edited by: Ravindra Gupta