मुंबई। तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) का कर्मचारियों को ले जा रहा पवन हंस का एक हेलीकॉप्टर मुंबई के जुहू हवाई अड्डे से शनिवार को उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलीकॉप्टर में सात लोग सवार थे जिसमें पांच कर्मचारी और दो पायलट थे।
दुर्घटनाग्रस्त हेलीकाप्टर का कुछ मलबा बरामद किया गया है और समुद्र से चार शव भी निकाले गए हैं, इनमें से दो की पहचान हो गई है। दाऊफिन एन 3 हेलीकॉप्टर ने जुहू से सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर उड़ान भरी थी। भारतीय तट रक्षक दल ने बताया कि हेलीकॉप्टर का वायु यातायात नियंत्रक और ओएनजीसी के साथ 10 बजकर 35 मिनट पर आखिरी बार संपर्क हुआ। उस समय वह मुंबई से 30 समुद्री मील दूर उड़ान भर रहा था।
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट कर बताया कि बचाव अभियान को तेज से करने के संबंध में उन्होंने रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण से बातचीत की है।
भारतीट तट रक्षक दल ने हेलीकॉप्टर की तलाश और बचाव कार्य के लिए पांच जहाज, दो ड्रोनियर, दो हेलीकॉप्टर और स्टील्थ पनडुब्बी आईएनएस टेग तैनात की है। इसके अलावा टोही विमान पी 8आई को भी मलबा खोजने के लिए लगाया गया है।
ओएनजीसी के एक अधिकारी ने बताया कि लापता हेलीकॉप्टर की तलाश में कंपनी के सभी हेलीकॉप्टर और सभी नौसैनिक अड्डों के एक-एक हेलीकॉप्टरों को लगा दिया गया है। उन्होंने बताया कि यह पवन हंस का हेलीकॉप्टर था जिसमें पांच कर्मचारी सवार थे। हेलीकॉप्टर को जल्द से जल्द तलाशने के प्रयास किए जा रहे हैं।
तटरक्षक दल ने बताया कि एक समुद्री जहाज और विमान हेलीकॉप्टर की तलाश में रवाना कर दिया गया है। इस हेलीकॉप्टर को ओएनजीसी के नॉर्थ फील्ड में 10 बजकर 58 मिनट पर उतरना था। (वार्ता)